जुबिली स्पेशल डेस्क
इमरान खान की कुर्सी खतरे में है। पाकिस्तान में तेजी से राजनीतिक घटनाक्रम बदल रहा है। माना जा रहा है कि इमरान खान की विदाई का वक्त करीब आ गया है क्योंकि सोमवार की शाम को पाकिस्तान की संसद में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश हो गया है।
हालांकि इस पर अब बहस 31 मार्च को होगी। दरअसल संसद की कार्यवाही 31 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई। ऐसे में अब देखना होगा कि क्या इमरान खान आउट हो गए या फिर विकेट बचाने में कामयाब होंगे।ये तो अब 31 मार्च को पता लग सकेगा। स्पीकर ने कहा कि 31 मार्च को शाम 4 बजे इस अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा। ऐसे में कहा जा सकता है कि इमरान खान के पास बेहद कम वक्त बचा है और इमरान खान सरकार की तकदीर का फैसला अब 31 मार्च को होगा।
पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से खबर है कि इमरान खान सरकार के खिलाफ पेश प्रस्ताव को 161 सांसदों ने समर्थन किया है। अविश्वास प्रस्ताव विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ ने पेश किया ऐसे में बड़ा सवाल क्या इमरान अपनी सरकार को बचा पायेगे या नहीं।
उन्होंने कहा कि देश की जनता का इमरान खान नियाजी की सरकार पर भरोसा नहीं रहा गया है, ऐसे में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराया जाना चाहिए।हालाँकि इमरान खान ने अभी हार नहीं मानी है और जोरदार हुंकार भर रहे हैं। पाकिस्तान में बड़े सियासी संकट के बीच इमरान ने बड़ा बयान दे दिया था था और कहा है कि वो पांच साल पूरा करेंगे और इस्तीफा नहीं देंगे।
रविवार को इस्लामाद में हुई रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने अपने विरोधियों को तगड़ा झटका दिया है और कहा है कि वो पांच साल पूरा करेंगे और इस्तीफा नहीं देंगे। रैली के दौरा इमरान खान ने कहा कि लोगों के विकास के लिए मैं सियासत में आया था।