जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस इस समय सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। कांग्रेस पार्टी के हालात बेहद खराब है और उसकी कई राज्यों से उसकी सत्ता जा चुकी है। इतना ही नहीं हाल में पांच राज्यों में हुए विधान सभा चुनाव में कांग्रेस कोई खास कमाल नहीं कर सकी।
पंजाब में उसकी सरकार चली गई जबकि पांच राज्यों में कांग्रेस ने पूरी तरह से बेहद कमजोर प्रदर्शन किया है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी की रविवार को कार्यसमिति की अहम बैठक हुई और कांग्रेस के इस प्रदर्शन को लेकर चर्चा की गई है।
इस बैठक की अध्यक्षता पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की है। माना जा रहा था कि कांग्रेस नये अध्यक्ष को लेकर कोई फैसला कर सकती है लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।
कांग्रेस पार्टी ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में आगे बढऩे का फैसला किया है। राजीव शुक्ला ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि कहा कि सबने एक साथ सोनिया गांधी के नेतृत्व में ही पार्टी को आगे बढऩे पर हामी भरी है।
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने इसी तरह का बयान देते हुए कहा कि सभी को सोनिया गांधी के नेतृत्व पर भरोसा है। वहीं बैठक में सोनिया गांधी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि गांधी परिवार की वजह से पार्टी कमजोर हो रही है।अगर आप लोगों को ऐसा लगता है तो हम किसी भी प्रकार का त्याग करने के लिए तैयार हैं। सोनिया यहीं नहीं रूकी आगे उन्होंने कहा कि हमारा पहला मक़सद कांग्रेस को मजबूत करना है। जानकारी यह भी मिल रही है कि कांग्रेस बहुत जल्द चिंतन शिविर का आयोजन कर सकती है।
कुल मिलाकर अब देखना होगा कि कांग्रेस अब आगे कैसे अपने संगठन को मजबूत कर दी है क्योंकि 2024 में आम चुनाव में भी अब केवल दो साल से ज्यादा का वक्त बचा है।
ऐसे में हालात में कांग्रेस के पास अभी अच्छा समय है। इसी दौरान आने वाले वक्त में अन्य राज्यों में चुनाव होना है। इस वजह से कांग्रेस को जमीनी स्तर से मजबूत होना होगा।