जुबिली न्यूज डेस्क
यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में एक प्रस्ताव लाया गया है।
इस प्रस्ताव में रूस को यूक्रेन से अपने सैनिकों को बिना किसी देरी के पूरी तरह से और बिना शर्त वापस लेने के लिए कहा गया है।
आज न्यूयार्क में यूएनएससी के इस प्रस्ताव पर वोटिंग होगी। संयुक्त राष्ट्र ने यूक्रेन की संप्रभुता, स्वतंत्रता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जाहिर किया है। साथ ही रूसी आक्रमण को अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।
यह भी पढ़ें : रूस पर यूरोपियन यूनियन ने लगाए बेहद कड़े प्रतिबंध
यह भी पढ़ें : NSE Scam : आनंद सुब्रमण्यम को सीबीआई ने किया गिरफ्तार
यह भी पढ़ें : रूस पर प्रतिबंधों के बाद बढ़त के साथ खुले एशियाई बाजार
मसौदे पर मतदान से पहले यूएनएससी के सदस्यों ने यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई को तत्काल बंद करने का आह्वान किया है।
बताते चलें कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन और रूस के बीच आने वालों को गंभीर अंजाम भुगतमे की चेतावनी दी थी।
मसौदा प्रस्ताव में कहा गया है, “रूसी संघ अपनी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सीमाओं के भीतर यूक्रेन के क्षेत्र से अपने सैन्य बलों को तुरंत और पूरी तरह से बिना शर्त वापस ले।”
रूस को यूक्रेन पर आक्रमण करने से रोकने के लिए पश्चिमी देशों ने कई प्रतिबंध लगाए हैं, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिख रहा।
रूसी सैनिक यूक्रेन की राजधानी कीव तक पहुंच चुके हैं। इसकी जानकारी खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दी थी।
यह भी पढ़ें : भाजपा विधायक ने कहा-मुसलमानों से वोटिंग अधिकार छीने सरकार
यह भी पढ़ें : यूक्रेन संकट : रूस के अरबपतियों ने गवाएं 90 अरब डॉलर
यह भी पढ़ें : नवाब मलिक 8 दिन तक ED की रिमांड में भेजे गए, ट्वीट कर कहा- कुछ ही देर की खामोशी है फिर…
यह भी पढ़ें : यूक्रेन : रूस के हमले में सात लोगों की मौत, कई घायल
संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव में यूक्रेन के डोनेट्स्क और लुहान्स्क क्षेत्रों के कुछ क्षेत्रों को स्वतंत्र क्षेत्रों के रूप में मान्यता देने के रूस के फैसले की निंदा की गई है। इसे यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन करार दिया गया है।
प्रस्ताव में पुरानी स्थिति को बहाल करने की मांग की गई है। प्रस्ताव में मिन्स्क समझौतों के पक्षकारों से इसका पालन करने और उनके पूर्ण कार्यान्वयन की दिशा में “प्रासंगिक अंतर्राष्ट्रीय ढांचे” में रचनात्मक रूप से काम करने का भी आह्वान किया गया है।
मसौदा प्रस्ताव में कहा गया है, “यूक्रेन में जरूरतमंद लोगों को मानवीय सहायता की तीव्र, सुरक्षित और निर्बाध पहुंच की अनुमति दें। बच्चों सहित कमजोर परिस्थितियों में फंसे व्यक्तियों की रक्षा के लिए रेसक्यू ऑपरेशन चलाने देने का आह्वान किया गया है।”