जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. नशाखोरी के खिलाफ पुलिस जहाँ फेल होती जा रही है वहीं पंजाब के बठिंडा की कालझरानी पंचायत ने यह फैसला सुनाया है कि नशे का कारोबार करते हुए जो भी पकड़ा जायेगा उसकी टांगें तोड़कर उसे घर में बिठा दिया जाएगा. पंचायत ने इस मामले में पुलिस और प्रशासन से साफ़ कर दिया है कि वह अब नशे के सौदागरों और पंचायत से दूर रहें और पंचायत के फैसले में दखलन्दाजी न करें.
पंचायत ने कहा कि नशे का कारोबार इस वजह से नहीं खत्म हो पा रहा है कि पुलिस जिन लोगों को गिरफ्तार करती है वह एक हफ्ते के भीतर ज़मानत पर छूट जाते हैं और फिर से अपने कारोबार में लग जाते हैं. पंचायत ने साफ़ कर दिया है कि अब जो नशे के कारोबार में पकड़ा जायेगा उसकी टांगें तोड़ दी जायेंगी और वह अपने पैरों पर खड़ा होने के लायक ही नहीं रह जायेगा.
पंचायत ने यह भी कहा है कि अगर कोई व्यक्ति नशा छोड़ना चाहता है तो पंचायत उसकी हर स्तर पर मदद करेगी. पंचायत ने कहा है कि वह अपने क्षेत्र को पूरी तरह से नशा मुक्त क्षेत्र बनाने की तैयारी कर चुकी है.
दरअसल इस पंचायत के क्षेत्र में इन दिनों चिट्टा नाम का नशा लोगों के सर चढ़कर बोल रहा है. सफ़ेद पाउडर जैसा दिखने वाला यह नशा हेरोइन के साथ कुछ रसायन मिलकर तैयार किया जाता है. जो भी एक दो बार इसका सेवन कर लेता है उसे इसकी आदत पड़ जाती है और फिर वह इसे छोड़ नहीं पाता है.
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