जुबिली न्यूज डेस्क
भारतीय सिने जगत की स्वर कोकिला नाम से मशहूर गायिका लता मंगेशकर रविवार को इन दुनिया को अलविदा कह दिया। एक माह पहले ही उन्हें कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार सुबह लता मंगेशकर ने 92 वर्ष की उम्र में अंतिम सांसें लीं।
लता मंगेशकर के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। इसके बाद सोशल मीडिया पर भारत ही नहीं दूसरे देशों में भी गम का माहौल है। लोग अपने अनुभव भी साझा कर रहे हैं।
वहीं लता मंगेशकर के आखिरी पलों में उनकी देखभाल करने वाली नर्स सारिका देवानंद भीसे ने भी मीडिया से उनके अंतिम पलों के बारे में बातचीत की। भीसे ने बताया कि “जब लता दीदी ने आखिरी सांस ली, तब मैं उनके साथ थी।”
नर्स सारिका भीसे ने कहा, गायिका लता मंगेशकर के अंतिम दो दिन बेहद तकलीफदेह थे और उन्हें बचाने की डॉक्टरों ने भरसक कोशिशें की थीं।
रविवार शाम जब शिवाजी पार्क में लंता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ ने उनकी चिता को अग्नि दी, हजारों आंखें भीग गईं जिनमें उनकी नर्स सारिका देवानंद भीसे भी शामिल थीं।
साल 2015 से लता मंगेशकर के साथ काम कर रहीं भीसे ने कहा, “दीदी ने हमेशा खुद से पहले हमारे बारे में सोचा। हम उनसे बहुत प्यार करते थे और उन्हें बहुत याद कर रहे हैं।”
भीसे के अनुसार आखिरी दिनों में भी लता मंगेशकर प्रतिक्रियाएं दे रही थीं। उन्होंने कहा, “जब दीदी वेंटिलेटर पर थीं, तब भी हमें पहचान रही थीं। जब हमने मजाक किया तो वह जवाब दे रही थीं, लेकिन आखिरी दो-तीन दिन वह बहुत चुप हो गई थीं।”
भयानक थे दो दिन
भीसे ने कहा, दीदी के आखिरी दो दिन ‘भयानक’ थे। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की। भीसे ने कहा, ” कोरोना और न्यूमोनिया के कारण उनके फेफड़ों में समस्या थी। वह उससे उबर गई थीं लेकिन उन्हें फिर से वायरल इंफेक्शन हो गया और फेफड़ों पर न्यूमोनिया के पैच फिर उभर आए। उनकी ऑक्सीजन सैचुरेशन कम हो गई और फिर से उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा।”
लता मंगेशकर 29 दिन तक अस्पताल में रहीं और इस दौरान सारिका भीसे लगातार उनके साथ थीं। आखिरी पलों में जब डॉक्टर उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे थे तब परिजन कमरे के बाहर थे लेकिन भीसे और एक अन्य स्टाफ नर्स अश्विनी कमरे में उनके साथ थीं।
भीसे ने कहा, “शनिवार को उनका पेशाब बंद हो गया था जिस कारण उनकी किडनियों पर असर पड़ा। हम दो बार उन्हें डायलिसिस के लिए ले गए लेकिन वह कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही थीं। सुबह 8.12 उन्होंने अंतिम सांस ली।”
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इससे पहले जब उनका वेंटिलेटर हटा लिया गया था तो भीसे और अन्य नर्स लता मंगेशकर को व्हीलचेयर पर पूरे अस्पताल में घुमाती रहीं। वह बताती हैं, “तब हमें लगा कि हम जीत गए हैं और हम जल्दी ही उन्हें घर ले जाएंगे, लेकिन उसके बाद जल्दी ही उनकी हालत फिर बहुत खराब हो गई।”
रविवार शाम को लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार किया गया। उससे पहले फिल्म जगत और अन्य क्षेत्रों की कई जानी-मानी हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इनमें अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान और सचिन तेंडुलकर शामिल थे।
ट्विटर पर सचिन तेंडजुलकर ने ट्विटर पर कहा, “मैं अपने आपको खुशकिस्मत समझता हूं कि मैं लता दीदी की जिंदगी का हिस्सा रहा. उन्होंने हमेशा मुझे प्यार और आशीर्वाद दिया. मुझे ऐसा लग रहा है कि उनके साथ मेरा एक हिस्सा भी गुजर गया है. अपने संगीत के जरिए वह हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगी.”
दुनियाभर के कई लोगों ने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने 36 भाषाओं में 30 हजार से भी ज्यादा गाने गाए थे।