जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में शादी निबटने के फ़ौरन बाद मामला कोर्ट-कचहरी तक पहुँच गया. इस अजीब -ओ- गरीब मामले में दूल्हा और उसका परिवार थाने में बैठा इन्साफ मिलने का इंतज़ार कर रहा है.
दरअसल हुआ यूं कि जबलपुर में किराना की दुकान चलाने वाले दशरथ की मन्दिर में रेणु राजपूत के साथ शादी हुई. दोनों परिवारों के बीच यह पहले ही सहमति बन गई थी कि शादी मन्दिर में होगी. फेरों के बाद दूल्हा-दुल्हन अपनी शादी को कोर्ट में रजिस्टर्ड करा लेंगे.
मन्दिर में पूरे विधि-विधान के साथ शादी होने के बाद दुल्हन पति के साथ कोर्ट के लिए निकली. घंटाघर के पास पहुँचने पर दुल्हन ने गाड़ी रुकवाई और साथ में चल रहे एक युवक की बाइक पर बैठकर दुल्हन फरार हो गई. दुल्हन अपने साथ अपने सारे जेवर और 30 हज़ार रुपये नगद ले गई है.
जानकारी मिली है कि दशरथ के चाचा की किराना की दुकान पर एक महिला अक्सर सामान खरीदने आती थी. एक दिन दशरथ की चाची ने उस महिला से दशरथ के लिए कोई रिश्ता बताने को कहा. उस महिला ने बताया कि उसकी भतीजी शादी योग्य है लेकिन उसके माँ-बाप नहीं हैं. ऐसे में शादी का पूरा खर्च आप लोग उठायें तो मैं यह रिश्ता करवा दूंगी.
दशरथ का परिवार इस बात पर राजी हो गया. इन लोगों ने दुल्हन का जोड़ा सिलवाया. 60 हज़ार रुपये के जेवर खरीदे. शादी की तारीख पहली फरवरी तय हुई. तय समय पर दुल्हन मन्दिर पहुँच गई. मन्दिर में सात फेरों के साथ दूल्हा-दुल्हन ने सात जन्मों तक साथ निभाने के वचन लिए. शादी के बाद दूल्हा खुशी-खुशी अपनी पत्नी को लेकर शादी रजिस्टर्ड कराने के लिए कोर्ट की तरफ चल पड़ा. लेकिन घंटाघर पर किसी दूसरे युवक की बाइक पर बैठकर दुल्हन फरार हो गई.
बगैर दुल्हन के दशरथ कोर्ट पहुंचा तो वहां रेणु की मौसी मिल गईं जो दूल्हा के परिवार के साथ कोर्ट पहुँच गई थीं. दशरथ के परिवार ने मौसी को पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और फरार दुल्हन को तलाशने में लगी है.
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