जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. कोरोना महामारी की वजह से विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों पर लगा जनसभाओं का प्रतिबन्ध चुनाव आयोग ने कुछ प्रतिबंधों के साथ हटा लिया है. शुक्रवार से राजनीतिक दलों की सरगर्मियां बढ़ जायेंगी. प्रत्याशी अपने पूरे दम खम के साथ सड़क पर नज़र आयेंगे.
चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव में प्रचार की छूट तो दे दी है लेकिन खुली जगहों पर होने वाली जनसभाओं में अधिकतम 500 लोग ही जुटाए जा सकेंगे. जिन स्थानों पर 10 फरवरी को मतदान होना है वहां के उम्मीदवारों की निराशा को दूर करते हुए चुनाव आयोग ने 28 जनवरी से उन्हें अपना प्रचार करने की छूट दे दी है. उम्मीदवार 28 जनवरी से अपनी जनसभाएं कर सकेंगे. पहले चरण में उत्तर प्रदेश विधानसभा की 58 सीटों पर मतदान होना है. कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र चुनाव आयोग ने सभी रैलियों और जनसभाओं को प्रतिबंधित करते हुए पांच लोगों के साथ जनसम्पर्क की इजाज़त दी थी. सिर्फ पांच लोगों के साथ प्रचार करते हुए विधानसभा क्षेत्र को नाप पाना प्रत्याशियों को असम्भव लग रहा था. हालांकि चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को यह छूट दी थी कि वह किसी हाल में अधिकतम 300 लोगों के साथ बैठक कर सकते हैं लेकिन इससे भी उनकी समस्या का निदान नहीं हो पा रहा था.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव इस बार काफी दिलचस्प नज़र आ रहा है. भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर है. कांग्रेस पार्टी ने तीसरे स्थान के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है. राजनीतिक दलों के सामने सबसे बड़ी दिक्कत महामारी की वजह से लग गए प्रतिबन्ध की वजह से हो गई थी. प्रत्याशी अपना प्रचार नहीं कर पा रहे थे और मतदान की तारीख तेज़ी से करीब आती जा रही थी.
उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान होना है. पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को, दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को, तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को, चौथे चरण का मतदान 23 फरवरी को, पांचवें चरण का मतदान 27 फरवरी को, तीन मार्च को छठे और सात मार्च को सातवें चरण का मतदान होना है. 10 मार्च को मतगणना होगी.
यह भी पढ़ें : आज से टाटा का हुआ एयर इंडिया
यह भी पढ़ें : ओवरटेक कर रोकी बस और ड्राइवर पर बरसा दीं गोलियां
यह भी पढ़ें : मौलाना खालिद रशीद से मिले साप्ताहिक बाज़ार के व्यापारी
यह भी पढ़ें : … तो बीजेपी इस तरह से मुलायम के परिवार में घोलेगी ज़हर
यह भी पढ़ें : बाहुबली अतीक ने किया विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : पॉलिटीशियन और लीडर का फर्क जानिये तब दीजिये वोट