जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जन्मदिन पर रविवार की शाम इण्डिया गेट पर उनकी होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण कर दिया. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने नेताजी के नाम पर वर्ष 2019, 20, 21 और 2022 के लिए सुभाष चन्द्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार भी प्रदान किये.
इंडिया गेट पर 1971 से जल रही अमर जवान ज्योति को वार मेमोरियल में ट्रांसफर करते वक्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडिया गेट पर नेताजी की प्रतिमा लगाने का एलान किया था. नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को हुआ था. यह उनकी 125 वीं जयन्ती है. इस कार्यक्रम के ज़रिये नेताजी के राष्ट्र के लिए किये गए योगदान को याद किया गया.
रविवार की शाम को इंडिया गेट पर हुए प्रतिमा अनावरण समारोह में प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश के लिए किये गए उनके महत्वपूर्ण योगदान पर हर भारतवासी को गर्व है. वह आज़ाद हिन्द फ़ौज के संस्थापक थे. अब से उनके जन्मदिन को राष्ट्र पराक्रम दिवस के रूप में मनायेगा.
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि नेताजी भारत माँ के अमर सपूत थे. उनकी जयंती देश के लिए एतिहासिक दिन है. उन्होंने ही इस देश को स्वाधीन और संप्रभु भारत का यकीन दिलाया था. उन्होंने ब्रिटिशर्स के सामने पूरे आत्मविश्वास से कहा था कि मैं आज़ादी भीख में नहीं मांगूंगा बल्कि इसे हासिल करुंगा.
पीएम मोदी ने कहा कि वह आज़ादी के महानायक थे और यह प्रतिमा उन्हें कृतज्ञ राष्ट्र की श्रद्धांजलि है. हमारी आने वाली पीढ़ियों को नेताजी की यह प्रतिमा लगातार प्रेरणा देती रहेगी. साथ ही नेताजी की यह प्रतिमा हमारी लोकतांत्रिक संस्थाओं को राष्ट्रीय कर्तव्य का बोध भी करायेगी.
इस अवसर पर पीएम मोदी ने सुभाष चन्द्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार भी प्रदान किये. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने राष्ट्रीय आपदा सुरक्षा बल (NDRF) का आधुनिकीकरण किया, उसे मज़बूत किया. पूरे देश में उसका विस्तार किया. इसमें तकनीक से लेकर योजना और प्रबंधन का समावेश किया गया.
उन्होंने कहा कि जब NDRF नहीं था तब चक्रवाती तूफ़ान में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो जाती थी. अब ऐसे मौकों पर NDRF के जवान मौत के मुंह में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल लाते हैं. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में बनाए जा रहे नये एक्सप्रेस वे में हमने आपदा प्रबंधन से जुड़ी बारीकियों का ख़ास ख्याल रखा है. इमरजेंसी में इन पर विमान भी उतारे जा सकते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि आज़ादी के सौंवें साल में पहुँचने तक ऐसे भारत के निर्माण का लक्ष्य है कि दुनिया की कोई भी ताकत उस लक्ष्य को नहीं छू सके. नेताजी के सपनों का भारत तैयार करने की दिशा में हम तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं.
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