जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. समाजवादी पार्टी के खिलाफ शुक्रवार को लखनऊ में धारा 144 तोड़ने और महामारी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. दरअसल भारतीय जनता पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल होने आये योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या, डॉ. धर्म सिंह सैनी, विधायक भगवती सागर, विनय शाक्य, रोशम लाल वर्मा, डॉ. मुकेश वर्मा और बृजेश प्रजापति अपने समर्थकों के साथ विक्रमादित्य मार्ग स्थित समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पहुंचे तो सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा.
हालांकि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पहले ही यह एलान कर दिया था कि समाजवादी पार्टी में सदस्यता कार्यक्रम वर्चुअल रैली के रूप में होगा लेकिन भीड़ वहां एक्चुअल में उमड़ पड़ी. लोगों के आने का सिलसिला शुरू हुआ तो कार्यालय भरने के बाद सड़कें भी जाम होती गईं. बंदरिया बाग़ चौराहे तक जब हर तरफ जाम की स्थिति हो गई तो जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ धारा 144 का उल्लंघन करने और महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया.
डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा कि समाजवादी पार्टी बगैर अनुमति के रैली कर रही है इसलिए समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर तत्काल पुलिस भेजी जाए. समाजवादी पार्टी के कार्यालय तक पुलिस को पहुँचने में ही घंटों लग गए. एफआईआर दर्ज होने की जानकारी जब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को दी गई तो उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने अपने कार्यालय पर वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया था.
नरेश उत्तम पटेल ने बताया कि सपा कार्यालय पर सिर्फ उन्हीं लोगों के आने का कार्यक्रम था जिन्हें सदस्यता लेनी थी. हमने जब किसी को बुलाया ही नहीं तो फिर अनुमति किस बात की लेते. उन्होंने कहा कि जब हमारे कार्यालय पर बगैर बुलाये लोगों की भीड़ जुटने लगी तो हमने तत्काल कोविड प्रोटोकाल का पालन करवाया. उन्होंने कहा बाज़ारों में भीड़ है. बीजेपी के मंत्रियों के दरवाजों पर भीड़ है लेकिन उन्हें तो बस हमसे ही समस्या है.
योगी सरकार के पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने एफआईआर दर्ज होने पर कहा कि किसी भी बाउंड्री के अन्दर धारा 144 लागू नहीं होती है. हमने तो डेढ़ महीने पहले ही सूचना दे दी थी कि आचार संहिता लगने दीजिये डेढ़ दर्जन मंत्री आयेंगे. अब आ रहे हैं तो दिक्कत हो रही है.
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