जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा को भारी झटका लगा है। अब तक 3 मंत्री समेत 15 विधायक पार्टी से नाता तोड़ चुके हैं। अब यह भगदड़ थमी नहीं है। बागी नेताओं का माने तो यह सिलसिला अभी कुछ दिन और चलेगा।
स्वामी प्रसाद मौर्य समेत अन्य बड़े मंत्रियों और विधायकों के पार्टी छोडऩे पर योगी सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि इन विधायकों के बीजेपी छोडऩे के कई कारण हैं। ये लोग अपने निजी फायदे के लिए जा रहे हैं। दरअसल उन्हें डर है कि उन्हें अपनी पसंद के निर्वाचन क्षेत्र से टिकट नहीं मिलेगा।
उन्होंने कहा कि पांच साल तक भाजपा के साथ रहकर मलाई खाए और जब टिकट कटने का डर हुआ तो पार्टी छोड़कर भाग गए।
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि राज्य में OBC और दलितों को गुमराह किया जा रहा है। उन्हें (भाजपा छोडऩे वाले विधायक) सपा द्वारा OBC और दलितों के लिए 10 कल्याणकारी योजनाओं की सूची दें। समाजवादी पार्टी केवल मुसलमानों और यादवों के लिए काम करती है। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अन्य ओबीसी समुदाय कभी भी एमवाई में शामिल नहीं होंगे।
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भाजपा नेता ने कहा कि बीजेपी जनता से फीडबैक लेकर ही टिकट देती और काटती है। जब आपको पता चलता है तो आप भागोगे ही। अखिलेश जी के यहां तो दरवाजे खुले हुए हैं, सबको भर्ती कर लो, हमें कोई ऐतराज नहीं है। परिणाम वो ही आएगा 300 पार।
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भाजपा में मची भगदड़ कब रूकेगी यह तो वक्त बतायेगा लेकिन बागी विधायकों का कहना है कि ये सिलसिला अभी कुछ और दिन जारी रहेगा। इस्तीफा देने वाले विधायकों में से चार विधायक पहले ही समाजवादी पार्टी का हाथ थम चुके हैं, जबकि तीन मंत्री और छह विधायक आज लखनऊ में सपा में शामिल होने के लिए पार्टी दफ्तर पहुंच चुके हैं।