जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. राजधानी के बंथरा स्थित पेट्रोल पम्प पर काम करने वाले एक कर्मचारी के सेंट्रल बैंक के खाते में सर्वर की गड़बड़ी से अचानक 76 लाख 20 हज़ार रुपये आ गए. उसके मोबाइल पर इतनी बड़ी रकम ट्रांसफर होने का मैसेज आया तो वह खुशी से उछल पड़ा. उसने न तो इतनी बड़ी रकम बैंक में आने की जानकारी बैंक को दी, न पुलिस को और न ही अपने पेट्रोल पम्प के किसी सहयोगी को बताया. अचानक छप्पर फाड़कर मिली दौलत को उसने दोनों हाथों से उड़ाना शुरू कर दिया और महज़ पांच दिन में उसने 35 लाख रुपये खर्च डाले. फिलहाल पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया है और वह जेल पहुँच गया है.
बैंक के सर्वर की गलती से उसके बैंक एकाउंट में आ गए 76 लाख 20 हज़ार रुपये को उसने अपना मानकर खर्च करना शुरू कर दिया. उसने पहले अपने लिए बाइक खरीदी. बाइक से मन नहीं भरा तो महंगी कार खरीद लाया. पत्नी को भी सोने-चांदी के गहनों से लाद दिया.
अपने मोबाइल पर मैसेज मिने के फ़ौरन बाद से उसने पैसे खर्च करना शुरू कर दिया. पैसा निकालने के लिए वह बैंक नहीं गया, हर जगह उसने डेबिट कार्ड का इस्तेमाल किया. पांच दिन बाद बैंक ने सर्वर की गलती से उस बैंक खाते को ढूंढ निकाला जिसमें गलती से रकम जमा हो गई थी. बैंक वह पैसा वापस निकालता इससे पहले ही उसमें से 35 लाख रुपये निकाले जा चुके थे. बैंक ने बचे हुए 41 लाख 20 हज़ार रुपये निकाले और बंथरा थाने पर शिकायत दर्ज कराई.
करण शर्मा नाम के इस पेट्रोल पम्प कर्मचारी की शिकायत दर्ज होते ही पुलिस सक्रिय हो गई. पुलिस उसके घर पहुंची तो पता चला कि उसने 15 लाख 71 हज़ार रुपये की कार खरीद ली है. 18 लाख 50 हज़ार रुपये के जेवरात पत्नी को दिलाये हैं. इसके अलावा उसने एक बाइक भी खरीदी है. पुलिस ने बैंक से धोखाधड़ी के जुर्म में पेट्रोल पम्प कर्मी करण शर्मा और उसकी पत्नी आंचल सिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहाँ से दोनों को जेल भेज दिया गया.
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