जुबिली न्यूज डेस्क
कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापे में मिली अकूत सम्पत्ति के बाद हर दिन नये खुलासे हो रहे हैं। डायरेक्टोरेट जनरल
ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) के छापों के दौरान टीम के साथ मौजूद रहे एक आधिकारी चश्मीद ने दावा किया है कि जैन ने अपने कन्नौज स्थित घर में जमीन के नीचे कैश छुपाने के लिए दो बंकर बनवाए थे।
डीजीजीआई के छापे में इस बंकर से भी कैश की बरामदगी हुई है। पांच दिन के रेड में डीजीजीआई टीम के साथ रहे अमित दुबे ने कहा, ”बहुत मुश्किल के बाद जमीन के नीचे बने दो बंकरों से कैश बरामद हुआ था। परिवार के लोगों को भी इस पैसे को लेकर कोई जानकारी नहीं थी।”
डीजीजीआई नेे बुधवार को कारोबारी के घर पर छापेमारी की कार्रवाई पूरी की।
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अघोषित संपत्ति, कैश, सोना और चंदन की लकडिय़ा बरामद होने के बाद कानपुर के कारोबारी को सीजीएसटी ऐक्ट की धारा 67 के तहत रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया था।
वहीं डीजीजीआई के अडिशनल डायरेक्टर जाकिर हुसैन ने कहा, ”हमने ‘पंचनामा’ कर लिया है। हमने सोना बरामद किया और इसे डीआरआई को दे दिया गया है, लेकिन जांच जारी है। कानपुर में मिला सोना अलग है, यहां हमने करीब 19 करोड़ रुपए कैश बरामद किए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, यह सर्वाधिक नकदी बरामदगी है।”
बताया गया है कि छापे में डीजीजीआई ने 194.5 करोड़ रुपए कैश, 23 किलो सोना और 600 किलो चंदन की लकडिय़ा पीयूष जैन के घर से बरामद की है।
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अधिकारियों के अनुसार, आरोपी ने कबूल किया है कि यह कैश बिना टैक्स चुकाए सामानों की बिक्री से जमा की गई थी। डीजीजीआई ने यह भी कहा है कि इसने 200 से अधिक फर्जी बिल भी बरामद की है।