जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
वाराणसी. काशी विश्वनाथ कारीडोर का उद्घाटन करने आये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी के लोगों का तब दिल जीत लिया जब उन्होंने काशी विश्वनाथ कारीडोर को तैयार करने वाले मजदूरों के साथ बैठकर भोजन किया. दो लाइनों में बैठने का इंतजाम किया गया था. एक लाइन में मजदूरों के बीच प्रधानमंत्री थे दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ.
काशी विश्वनाथ कारीडोर के उद्घाटन के मौके पर भोजन की व्यवस्था में पीएम मोदी की पसंद का भी ध्यान रखा गया और गुजराती व्यंजनों को परोसा गया. भोजन से पहले पीएम मोदी ने मजदूरों का आभार जताते हुए कहा कि श्रमिक भाई-बहनों ने अपना पसीना बहाकर इस परिसर को भव्य बनाया है. कोरोना के विपरीत काल में भी उन्होंने काम को रुकने नहीं दिया. उन्होंने कहा कि मैंने उनके साथ भोजन का फैसला इसलिए किया ताकि मैं उनसे मिल सकूं और उनका आशीर्वाद ले सकूं, जिन्होंने इतना भव्य परिसर तैयार किया.
प्रधानमन्त्री ने कहा कि विश्वनाथ धाम का नया परिसर हमारे भारत की सनातन संस्कृति का प्रतीक है. यह प्रतीक हमारी आध्यात्मिक आत्मा है. यह प्रतीक है भारत की प्राचीन परम्पराओं का. उन्होंने कहा कि पहले जो मन्दिर तीन हज़ार वर्ग फुट में था वह अब पांच लाख वर्ग फुट का हो गया है.
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