जुबिली न्यूज डेस्क
लोकसभा में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने किसान आंदोलन के दौरान किसानों की मौत का मुद्दा उठाते हुए केंद्र सरकार से उनके परिजनों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के दौरान करीब 700 किसानों की मौत हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश और किसानों से माफी मांगी थी। पीएम मोदी ने स्वीकार किया है कि उनकी ओर से गलती की गई थी।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज लोकसभा में किसान आंदोलन पर बोलते हुए कहा, ’30 नवंबर को कृषि मंत्री से पूछा गया था कि आंदोलन में कितने किसानों की मौत हुई थी? इसके जवाब में उन्होंने कहा था कि मेरे पास इस बारे में कोई आंकड़ा नहीं है।’
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उन्होंनें आगे कहा, अगर सरकार के पास कोई जानकारी नहीं है तो फिर हमसे लिस्ट ले ले। मैं सदन में किसान आंदोलन के दौरान मरे किसानों की पूरी सूची रख रहा हूं।
Around 700 farmers died in farmers’ agitation. PM apologised to the nation & farmers of the nation. He accepted that he made a mistake. On 30th Min Agri Min was asked a ques – how many farmers died in the agitation? He said he doesn’t have any data: Congress MP Rahul Gandhi in LS pic.twitter.com/ztL4wm0C0h
— ANI (@ANI) December 7, 2021
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘पंजाब सरकार ने 400 किसानों के परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया है। इसके अलावा 152 किसानों के परिजनों को सरकारी नौकरी भी दी गई है। मेरे पास पूरी सूची है। इसके अलावा हमने हरियाणा के भी 70 किसानों की सूची तैयार की है, मगर आपकी सरकार कहती है कि आपके पास मारे गए किसानों की सूची ही नहीं है।’
राहुल गांधी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि किसानों को सारे हक मिले और मारे गए लोगों के परिजनों को नौकरी मिलनी चाहिए।
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कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, ‘ये नाम यहां हैं। इन किसानों को उनका हक मिलना चाहिए। उनके परिवारों को मुआवजा मिलना चाहिए।’
सदन में शून्यकाल के दौरान राहुल गांधी ने इस विषय को उठाया और लोकसभा के पटल पर करीब 500 किसानों की एक सूची भी रखी। उन्होंने दावा किया कि इन लोगों ने किसान आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाई।
इस दौरान राहुल ने कहा, ”पूरा देश जानता है कि किसान आंदोलन में करीब 700 किसान शहीद हुए। प्रधानमंत्री जी ने देश और किसानों से माफी मांगी। प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया कि उन्होंने गलती की है। 30 नवंबर को कृषि मंत्री से सवाल (लोकसभा में लिखित प्रश्न) पूछा गया था कि कितने किसानों की मौत हुई। उन्होंने जवाब दिया कि उनके पास कोई डेटा नहीं है।’
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कांग्रेस नेता ने कहा, ‘हमने इन किसानों के बारे में पता लगाया। पंजाब की सरकार ने राज्य के करीब 400 किसानों को मुआवजा दिया है। मैं इन किसानों की सूची और प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले हरियाणा के कुछ किसानों की एक सूची सदन के पटल पर रख रहा हूं।’
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने गत 30 नवंबर को कहा था कि दिल्ली के आसपास कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मृत किसानों की संख्या संबंधी आंकड़ा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पास नहीं है।
लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यह जानकारी दी थी।
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सांसद राजीव रंजन सिंह, टी आर प्रतापन, एन के प्रेमचंद्रन, ए एम आरिफ, डीन कुरियाकोस, प्रो. सौगत राय और अब्दुल खालीक ने सरकार से पूछा था कि तीन कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली सीमाओं पर चल रहे आंदोलन के दौरान कितने किसानों की मौत हुई। तोमर ने कहा, ‘कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पास इस मामले में कोई आंकड़ा नहीं है।’