जुबिली न्यूज डेस्क
किसान आंदोलन की भावी रूपरेखा अथवा कार्ययोजना तय करने के लिए शनिवार को सिंघु बार्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की अहम बैठक होगी।
इस बैठक में किसान आंदोलन को लेकर फैसला होगा कि इसे खत्म किया जाए या नहीं। हालांकि, भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत की बातों से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि आंदोलन अभी चलता रहेगा।
टिकैत ने सिंघु बार्डर पर होने वाली अहम बैठक से पहले कहा कि आज बैठक में आंदोलन आगे कैसे बढ़ेगा और सरकार बातचीत करेगी तो कैसे बातचीत करनी है, इस पर चर्चा होगी।
बीकेयू नेता टिकैत ने कहा कि एमएसपी की हमारी मांग भारत सरकार से है। बातचीत अभी शुरू हुई है, हम देखेंगे कि यह कैसे चलता है। आज की बैठक में हम कोई रणनीति विकसित नहीं करेंगे, हम केवल चर्चा करेंगे कि आंदोलन कैसे आगे बढ़ता है।
किसान नेता ने आगे कहा कि शुक्रवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री और किसानों के बीच हुई बातचीत बेनतीजा रही, हालांकि वे किसानों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने के लिए सहमत हो गए हैं।
टिकैत ने कहा कि पंजाब की तरह हमें किसानों की मौत और रोजगार के लिए राज्यवार मुआवजे की जरूरत है।
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इससे पहले बैठक को लेकर किसान नेताओं ने कहा है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर समिति गठन के वास्ते केंद्र को पांच नाम भेजे जाएं या नहीं-इस पर कोई भी फैसला इस बैठक में किया जाएगा क्योंकि उन्हें सरकार से कोई औपचारिक संदेश नहीं प्राप्त हुआ है।
चर्चा है कि इस बैठक में प्रदर्शनकारी किसानों की लंबित मांगों पर चर्चा होगी जिनमें फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी, किसानों पर दर्ज मामलों की वापसी, आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों के लिए मुआवजा आदि शामिल हैं।
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