जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। पीएम मोदी ने 19 नवंबर को जब तीन कृषि कानूनों की वापसी का ऐलान किया था तो उस समय उन्होंने किसानों से घर जाने की अपील की थी।
उन्होंने आंदोलन खत्म करने को कहा था लेकिन अभी तक आंदोलन खत्म नहीं हुआ है और भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत को लगातार सरकार को घेर रहे हैं।
इतना ही नहीं सरकार को लगातार चुनौती देते नजर आ रहे हैं लेकिन किसानों ने 29 नवंबर को संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसद तक ट्रैक्टर मार्च निकालने को लेकर बड़ा कदम उठाया है और फिलहाल इसे नहीं करने का फैसला लिया है।
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हालांकि इसका आधिकारिक ऐलान होना अभी बाकी है। जानकारी के मुताबिक शनिवार को सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं की बैठक के किसानों ने फिलहाल संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसद तक ट्रैक्टर मार्च को नहीं करने का बड़ा कदम उठाया है।
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इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने लखनऊ की किसान महापंचायत में कहा था कि 26 नवंबर तक के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अपने तय समय पर ही होंगे लेकिन अब संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में 29 नवंबर तक प्रस्तावित संसद तक ट्रैक्टर मार्च को स्थगित करने का फैसला कर किया है।
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माना जा रहा है कि सरकार किसानों की दो अन्य मांगों को लेकर सकारात्मक है। इस वजह से किसानों ने भी मार्च नहीं निकालने का फैसला किया है।