जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। त्योहारों के इस सीजन में महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है लेकिन दिवाली की पूर्व संध्या पर मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाया था और आम आदमी को थोड़ी राहत देते हुए पेट्रोल पर 5 और डीजल पर 10 रुपये एक्साइज ड्यूटी घटाने का फैसला किया था।
यह भी पढ़ें : शिवपाल और अखिलेश मिलकर लड़ेंगे विधानसभा चुनाव
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : बाहुबली को दूरबीन से तलाश करता बाहुबली
इसके बाद से कई राज्यों में पेट्रोल-डीजल के दामों में घटाया है। इससे आम आदमी को थोड़ी राहत मिली है। अब कच्चे तेल को लेकर मोदी सरकार बड़ा फैसला लेने जा रही है। इसके तहत एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के रेट फिर कम हो सकते हैं। जानकारी के मुताबिक भारत कच्चे तेल को लेकर बड़ा कदम उठाने जा रहा है। भारत अपने रणनीतिक तेल भंडार से 50 लाख बैरल तेल की निकासी की योजना बना रहा है।
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर काबू करने के लि भारत अपने रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार (स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व) से 50 लाख बैरल कच्चा तेल रिलीज करने की बड़ी योजना बना रहा है।
यह भी पढ़ें : राजभर की पार्टी लड़ाएगी मुख्तार अंसारी को चुनाव
यह भी पढ़ें : गोरक्षपीठ की तीन पीढ़ियों का संघर्ष और योगी की अयोध्या
बता दें कि अमेरिका ने इसी तरह का सलाह दी है। इसके बाद भारत इस पर बड़ा कदम उठाने की तैयारी में हैं। अगर ऐसा होता है तो कई राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनाव में उसे बड़ा फायदा मिल सकता है।
अक्टूबर के अंत में कच्चे तेल की कीमत 85 डॉलर के पार पहुंच गई थी जो 2014 के बाद सबसे अधिक थी। लेकिन हाल में इसमें नरमी आई है और यह 80 डॉलर के आसपास है। अमेरिका और चीन के रिजर्व ऑयल भंडार रिलीज करने से इसमें और कमी आ सकती है।
अमेरिका ने क्या कहा था
अमेरिका जैसे देश में भी पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से आम इंसान काफी परेशान है और वहीं खाड़ी देशों ने कच्चे तेल के उत्पादन को सीमित रखा है। इस वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है।
इस वजह से अमेरिका के कहने के बाद भारत ने भी अपने रणनीतिक पेट्रोलियम रिजर्व से बड़ी मात्रा में कच्चा तेल रिलीज करने पर राजी हो गया है। ऐसे में हाल एक बार फिर पेट्रोल-डीजल कम हो सकते हैं।