जुबिली न्यूज डेस्क
पिछले दिनों लखनऊ एयरपोर्ट पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) प्रमुख जयंत चौधरी ने मुलाकात की थी। इस मुलाकात पर राजनीतिक गलियारे में गठबंधन को लेकर कई तरह के कयास लगाए जाने लगे थे।
फिलहाल इन कयासों पर रालोद नेता जयंत चौधरी ने विराम लगा दिया है। आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावना से जयंत चौधरी ने इनकार कर दिया।
रविवार शाम शामली में पत्रकारों से बातचीत में चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी की समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत ‘अंतिम चरण’ में है।
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जब जयंत चौधरी से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात को लेकर सवाल किया गया कि प्रियंका के साथ बैठक सीटों के बंटवारे के संबंध में सपा पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा था तो रालोद के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि किसी पर कोई दबाव नहीं डाला गया।
उन्होंने कहा कि यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी और पहले के नेताओं के बीच ऐसा होना आम था लेकिन बीजेपी ने इस चलन को बदल दिया और राजनीति में लोग एक-दूसरे के दुश्मन बन गए।
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इसी बीच जयंत चौधरी ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वह घोषणापत्र में युवाओं को एक करोड़ रोजगार देने, गन्ने के लिए राज्य सलाहकार मूल्य (एसएपी) निर्धारण और 14 दिन के भीतर भुगतान सुनश्चित करने समेत अन्य सभी वादों को पूरा करेगी। उन्होंने विद्युत अधिनियम 2003 में प्रस्तावित संशोधनों का विरोध किया।