जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. भारी बारिश ने उत्तराखंड में तबाही के हालात बना दिए हैं. नैनीताल जाने वाले नौ रास्ते भूस्खलन की वजह से बंद हैं. नैनीताल में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है. तमाम लोगों के लापता होने की भी खबर है. उत्तराखंड में बारिश की वजह से हुए हादसों में मरने वालों की तादाद अब 46 पहुँच चुकी है. हालात का जायजा लेने के लिए केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह बुधवार की शाम को उत्तराखंड पहुँच रहे हैं.
उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से 17 अक्टूबर से ही हालात बिगड़ना शुरू हो गए थे. जगह-जगह भूस्खलन की वजह से रास्ते बंद हो गए थे. पर्यटकों को उत्तराखंड न आने की सलाह दी गई थी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस और प्रशासन को ज़रूरतमंदों की भरपूर मदद का आदेश दिया था. मुख्यमंत्री ने कहा था कि जगह-जगह फंसे हुए लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जाए. ज़रूरत पड़ने पर हेलीकाप्टर का भी इस्तेमाल किया जाये.
इस आपदा में हुई 46 मौतों में नैनीताल पहले नम्बर पर है. यहाँ 28 लोगों की जन गई है. इसके अलावा अल्मोड़ा में छह, चम्पावत में पांच, पौढ़ी में तीन, ऊधमसिंह नगर में दो, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में एक-एक मौत हुई है.
उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद आई तबाही का जायजा लेने के लिए बुधवार की शाम को गृहमंत्री अमित शाह उत्तराखंड पहुँच रहे हैं. वह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राहत कार्यों को लेकर बातचीत करेंगे. अमित शाह प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे भी करेंगे.
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