उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा को देखते हुए एनडीआरएफ की 15 टीमें तैनात की गई हैं… ऊधमसिंह नगर में अब तक 300 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है…
https://twitter.com/ANI/status/1450470689408962576?s=20
जुबिली स्पेशल डेस्क
उत्तराखंड में एक बार फिर बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। हालात बेहद खराब बताये जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक तेज बारिश के साथ-साथ बादल फटने और बाढ़ आने से पूरे उत्तराखंड में तबाही देखने को मिल रही है। इतना ही नहीं 40 लोगों की मौत की खबर है। नैनीताल में केवल 25 लोगों की जान चली गई है।
Please pray for Uttarakhand
Please pray for Nainital pic.twitter.com/bHNEe2BxBQ
— Ashish (@AshishXL) October 19, 2021
उधर सरकार भी सक्रिय हो गई और आपदा से त्रस्त लोगों की मदद करने की घोषणा की है। उत्तराखंड के कई इलाकों में तेज बारिश की वजह से सडक़ों और पुलों से पानी बहता हुआ देखा जा सकता है।
Today morning. Flood in kosi river, Ramnagar( uttarakhand) #Uttrakhand #Nainital #Jimcorbett pic.twitter.com/ldm9qgwRTx
— Aakash Pathak (@aakashpathak91) October 19, 2021
वहीं रेल की पटरियां भी बह गई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया है कि राज्य में बारिश का कहर टूटा है और 34 की मौत हो चुकी है जबकि 5 लोग लापता हैं।
https://twitter.com/shubhamtorres09/status/1450332646790217731?s=20
पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देने की बात भी कही है। घर गंवाने वालों को 1.9 लाख रुपये देने का एलान किया गया है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि उनकी सरकार हर प्रकार की मदद देगी।
#WATCH | Uttarakhand: Nainital Lake overflows and floods the streets in Nainital & enters building and houses here. The region is receiving incessant heavy rainfall. pic.twitter.com/G2TLfNqo21
— ANI (@ANI) October 19, 2021
इस बीच उत्तराखंड के रिसॉर्ट में फंसे 200 सैलानियों को बचाया लिया गया है। भारी बारिश की वजह से पूरा नैनीताल पानी-पानी हो गया है। वहीं कोसी नदी का पानी रिजार्ट में घुसने लगा है। मोहान के पास बने एक रिजॉर्ट में नदी का पानी घुसने से डेढ़ सौ पर्यटक फंस गए हैं। एक दर्जन से अधिक कारें डूबने लगी है।
अल्मोड़ा पुलिस ने इस मामले पर कहा है कि नैनीताल के रामनगर स्थित लेमन ट्री रिजॉर्ट से 200 पर्यटकों को सुरक्षित बचाया लिया गया है।
कोतवाल आशुतोष सिंह ने बताया कि मोहान के पास लेमनट्री रिजॉर्ट में रविवार को दिल्ली, यूपी आदि जगहों से रूकने के लिए डेढ़ सौ से अधिक पर्यटक सहित बच्चे आए थे। हालाकिं अब इनको बचा लिया गया है।वहीं दूसरी ओर, नैनीताल जिले के पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण 9 मजदूरों समेत कुल 15 लोगों की मौत हो गयी है। रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया सुनका ग्रामसभा में 9 मजदूर घर में ही जिंदा दफन हो गए। ये सभी मोटर मार्ग के निर्माण कार्य में लगे हुए थे।
यह भी पढ़ें : कोरोना काल में जयशंकर, स्मृति ईरानी सहित कई केंद्रीय मंत्रियों ने खरीदी प्रॉपर्टी
यह भी पढ़ें : कोरोना : देश में पिछले 24 घंटे में 13,058 नए केस, 164 की मौत
सोमवार की शाम पास में ही एक मकान में रह रहे इन मजदूरों के ऊपर 24 घन्टे से हो रही बारिश के कारण मलबा आ गया, जिससे 9 की मौत हो गयी।
करीब चौदह घंटों से लगातार जारी बारिश ने नैनीझील के जलस्तर के सारे रिकॉर्ड रिकार्ड टूट गए। सिंचाई विभाग के मुताबिक शाम करीब पांच बजे तक नैनीताल में 200 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी थी, जिस कारण झील का जलस्तर पर 12.2 फीट के ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड को पार कर गया।