- तेज प्रताप का तेजस्वी पर ‘प्रहार’,
- लालू को दिल्ली में बनाकर रखा गया बंधक
- तेज प्रताप का तेजस्वी पर इशारों-इशारों में हमला
जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में सब ठीक नहीं चल रहा है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने अपनी ही पार्टी के सीनियर नेता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
अब उन्होंने अपनी पार्टी पर सनसनीखेज आरोप लगाकर सबको हैरान कर डाला है। उन्होंने बगैर किसी का नाम लिए बेहद चौंकाने वाला आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके पिता लालू यादव को दिल्ली में ‘बंधक’ बना लिया गया है, हालांकि, उन्होंने तेजस्वी का नाम तो नहीं लिया, इशारों-इशारों में उन्होंने बड़ी बात कह दी।
इस वजह से उनको पटना आने नहीं दिया जा रहा है। उनके इस तरह के दावा से बिहार की राजनीति में एकाएक पारा चढ़ता नजर आ रहा है। इतना ही नहीं अपनी पार्टी के खिलाफ लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव का ये रूख इससे पहले कभी देखने को नहीं मिला था।
तेजप्रताप यादव ने कहा कि चार-पांच लोग इसमें शामिल हैं, जो पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं। तेजप्रताप यादव यही नहीं रूके आगे उन्होंने कहा कि आरजेडी में कुछ लोग हैं जो राष्ट्रीय अघ्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं।
चार-पांच लोग हैं. सब लोग इस बात को जानते हैं, नाम लेने का कोई फायदा नहीं है। पिता जी को जेल से आए हुए महीना भर-साल भर हो गया, हमारे पिता जी को वहीं रोककर रखा हुआ है। हमने पिता जी से बात की कि हमारे साथ चलिए, पटना चलिए, हम साथ-साथ में रहेंगे। हमारे पिता को आने नहीं दे रहे हैं। बंधक बनाकर रखा हुआ है दिल्ली में।
बता दें कि जिस तरह से आकाश यादव को लेकर पार्टी में जंग छिड़ा है उससे तो यही लग रहा है। आकाश यादव को लेकर आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और तेज प्रताप आमने-सामने आ गए थे।
प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने तेजप्रताप यादव के करीबी और छात्र इकाई के अध्यक्ष आकाश यादव को पद से हटा दिया तो तेज प्रताप नाराज हो गए। तेज ने इसे पार्टी के संविधान के खिलाफ बताया था।
तेज के बयान अब जगदानंद सिंह ने पलटवार किया था। उन्होंने पूछा था कि तेजप्रताप कौन हैं। मैं किसी दूसरे को नहीं जानता हूं। उनके इस बयान से बिहार में सियासत गर्माने की आशंका है।