जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ नवजोत सिंह सिद्धू की काफी देर चली बैठक खत्म हो गई. चन्नी ने सिद्धू की सारी मांगें मान लीं. सिद्धू अब पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बने रहेंगे. सिद्धू और उनके समर्थक इसे अपनी बड़ी जीत मान रहे हैं लेकिन हकीकत यह है कि बहुत कम समय के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में सिद्धू को खुद को साबित करना होगा. यह साबित करना तब और भी महत्वपूर्ण होगा जबकि उनके मुकाबले में कद्दावर नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह खड़े होंगे.
कांग्रेस विधायक गुरदीप सिंह ने बताया कि बैठक अच्छे माहौल में हुई. सिद्धू इस्तीफ़ा वापस लेने के लिए मान गए हैं. सिद्धू की असल नाराजगी मुख्यमंत्री चन्नी द्वारा इकबाल प्रीत सिंह सहोटा को पंजाब के पुलिस महानिदेशक का चार्ज देना था. सिद्धू ने कहा था कि गुरुग्रंथ साहिब के अपमान मामले में सहोटा ने दो सिख युवकों को फंसाते हुए बादल परिवार को क्लीन चिट दी थी और चन्नी ने उन्हीं को पुलिस विभाग का मुखिया बना दिया. इसी के बाद सिद्धू ने इस्तीफ़ा दे दिया था.
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कांग्रेस आलाकमान के निर्देश पर चन्नी ने सिद्धू को बैठक के लिए बुलाया. लम्बे समय तक चली बैठक के बाद जब सिद्धू बाहर निकले तो उनका चेहरा खिला हुआ था. जिससे साफ़ हो गया कि अब सब कुछ ठीक हो गया है. विधायक गुरदीप ने भी कहा कि दोनों के बीच मतभेद दूर हो गए हैं.