जुबिली स्पेशल डेस्क
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस इस समय सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। हालांकि कांग्रेस दोबारा से अपनी स्थिति मजबूत करने में जुट गई है। अगले साल कई राज्यों में होने वाले चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को बड़ा फैसला किया है और राहुल गांधी की मौजूदगी में कन्हैया कुमार कांग्रेस में शामिल हो गए। गुजरात से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी भी कांग्रेस में तो आए, लेकिन अभी उन्होंने औपचारिक रूप से कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली है।
इसके बाद कांग्रेस ने एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया और इसमें कन्हैया कुमार भी मौजूद थे। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस को लेकर बड़ा बयान दिया है। कन्हैया कुमार ने कहा कि कांग्रेस बचेगी तभी देश बचेगा। वहीं, जिग्नेश मेवानी ने कहा कि आज हमारा संविधान, लोकतंत्र खतरे में है, उसे हमें बचाना है।
कन्हैया कुमार ने कहा,कि मैं आपको स्पष्ट कर देता हूं कि देश में प्रधानमंत्री अब भी हैं, पहले भी थे और आगे भी होते रहेंगे, लेकिन आज जब हम लोग राहुल गांधी की उपस्थिति में हम लोग फॉर्म भर रहे थे तो साथी जिग्नेश ने संविधान की कॉपी दी और हमने गांधी-अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीर दी। क्योंकि आज इस देश को भगत सिंह की साहस की जरूरत है।
अंबेडकर की समानता की जरूरत है और गांधी की एकता की जरूरत है। कन्हैया कुमार ने आगे कहा कि मुझे महसूस होता है कि इस देश में कुछ लोग, वो सिर्फ लोग नहीं है, वो एक सोच है।
इस देश की चिंतन परंपरा, संस्कृति, मूल्स, इतिहास, वर्तमान और भविष्य खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। कहीं मैंने पढ़ा था कि आप अपने दुश्मन का चुनाव कीजिए, दोस्त अपने आप बन जाएंगे। तो मैंने चुनाव किया है। लोकतांत्रिक पार्टी में हम इसलिए शामिल होना चाहते हैं क्योंकि अब लगने लगा है कि अगर कांग्रेस नहीं बचा तो देश नहीं बचेगा।
कन्हैया कुमार ने इसी महीने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से मुलाकात की थी, जिसके बाद से ही उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं।
पहले दोनों युवा नेता 27 सितंबर यानी शहीद भगत सिंह की जयंती पर कांग्रेस की सदस्यता लेने वाले थे लेकिन किसानों के बुलाए भारत बंद की वजह से इसे टाल दिया गया।
वैसे गुजरात से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने पिछले हफ्ते ही यह बता दिया था कि वह 28 सितंबर को जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया के साथ कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं।
कन्हैया के सहारे बिहार में जमीन मजबूत करना चाहती है कांग्रेस
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में कन्हैया कुमार को करारी हार का सामना करना पड़ा था। भाकपा के टिकट से चुनावी मैदान में उतरे कन्हैया को भाजपा के दिग्गज नेता गिरिराज सिंह ने उन्हें बड़े अंतर से हराया था।
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