जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद गिरफ्तार किये गए आरोपितों से सीबीआई पूछताछ करेगी. सीबीआई ने सीजेएम कोर्ट से 10 दिन की कस्टडी रिमांड माँगी थी. सीजेएम ने महंत आनंद गिरी, आद्या प्रसाद तिवारी और उनके पुत्र संदीप की सात दिन की रिमांड मंज़ूर कर ली है. 28 सितम्बर को सुबह नौ बजे से चार अक्टूबर को शाम पांच बजे तक सीबीआई इन तीनों आरोपितों से पूछताछ करेगी.
उल्लेखनीय है कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी प्रयागराज स्थित आश्रम में फांसी के फंदे पर लटके हुए पाए गए थे. उनके कमरे से पुलिस को मिले सात पन्नों के सुसाइड नोट में लिखा था कि उनका शिष्य आनंद गिरी कम्प्यूटर के ज़रिये किसी लड़की के साथ उनकी फोटो बनाकर वायरल करने वाला है. यह तस्वीर वायरल हुई तो अखाड़ा परिषद और उनकी इज्जत धूल में मिल जायेगी. सच जब सामने आएगा तब आएगा लेकिन वह तो किसी को मुंह दिखाने के काबिल भी नहीं रहेंगे.
इस सुसाइड नोट में हनुमान मन्दिर के मुख्य पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी पर भी महंत नरेन्द्र गिरी ने आरोप लगाए थे. उत्तराखंड पुलिस ने इस घटना के कुछ ही देर के बाद महंत आनंद गिरी को उनके हरिद्वार आश्रम से गिरफ्तार कर लिया था. आद्या प्रसाद तिवारी और संदीप को भी गिरफ्तार कर लिया गया. तीनों नैनी जेल में बंद हैं.
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सीजेएम ने सीबीआई की मांग सुनने के बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिये तीनों आरोपितों की बात भी सुनी. सीबीआई तीनों आरोपितों से सात दिन तक गहन पूछताछ करेगी. तीनों को बाघम्बरी मठ भी लाया जायेगा. सीबीआई टीम ने बाघम्बरी मठ में नरेन्द्र गिरी मौत के मामले में सीन रिक्रिएट कर सच्चाई जानने की कोशिश की है.