जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का एक बार फिर जूनियर विश्व कप हॉकी की मेजबानी करने का सपना टूट गया है। हालांकि पहले कयास लगाये जा रहे थे कि लखनऊ एक बार फिर जूनियर विश्व कप हॉकी की मेजबानी कर सकता है लेकिन ओडिशा के भुवनेश्वर में विश्व कप आयोजित होने की बात सामने आ रही है।
दरअसल इसकी घोषणा खुद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने की है। इसके साथ ही कलिंगा स्टेडियम में ही जनवरी 2023 में सीनियर हॉकी विश्व कप भी खेला जाएगा। जानकारी के मुताबिक भुवनेश्वर का कलिंगा स्टेडियम 24 नवंबर से 5 दिसंबर तक विश्व कप की मेजबानी करने को पूरी तरह से तैयार है।
बता दें कि इंटरनेशनल हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने पिछले साल जूनियर विश्व कप की मेजबानी का जिम्मा भारत को सौंपा है। इसके बाद कयास लगाया जा रहा था कि एक बार फिर जूनियर विश्व कप की मेजबानी लखनऊ कर सकता है।
ऐसे इसलिए कहा जा रहा था कि क्योंकि हाल में ही आयोजन स्थल की तलाश में हॉकी इंडिया का दो सदस्यीय दल भी लखनऊ पहुंचकर यहां का दौरा भी किया था और विजयंत खंड स्थित हॉकी स्टेडियम हॉकी इंडिया के दो सदस्य की टीम ने दौरा कर स्टेडियम की व्यवस्था का जायजा लिया था।
बताया जा रहा था कि हॉकी इंडिया के इन सदस्यों में आरके श्रीवास्तव और उनके साथ विक्रम मौजूद थे। इन लोगों ने यहां का दौरा कर स्टेडियम की क्षमता को भी बढ़ाने का निर्देश दिया था। है। हालांकि अब मेजबानी के मामले में लखनऊ चूक गया है और जूनियर विश्व कप हॉकी ओडिशा में आयोजित की जायेगी।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस बात की घोषणा की है और कहा है कि हाल ही में हॉकी इंडिया ने राज्य सरकार से संपर्क किया था और हॉकी विश्व कप का समर्थन करने के लिए कहा था। इस तरह के आयोजन के लिए इतने कम समय का नोटिस देना चिंता का विषय है।
चूंकि, देश की प्रतिष्ठा दांव पर है, इसलिए हम तुरंत समर्थन करने के लिए सहमत हो गए। मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि कलिंगा स्टेडियम, जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी करेगा।
सीएम ने इंटरनेशनल हॉकी महासंघ (एफआईएच) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा की उपस्थिति में विश्व कप के लिए लोगो और ट्रॉफी का भी अनावरण किया।
बता दें कि मौजूदा चैंपियन भारत लगातार दूसरी बार जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी करेगा। भारत ने पिछली बार 2016 में लखनऊ में हरजीत सिह की कप्तानी में फाइनल में बेल्जियम को 2-1 से हराकर जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप जीता था।
इन 16 टीमों में से छह यूरोपीय टीमें भारत में होने वाली इस प्रतियोगिता के लिए पहले ही क्वालीफाई कर चुकी हैं। इनमें जर्मनी, इंग्लैंड, नीदरलैंड, स्पेन, बेल्जियम और फ्रांस शामिल हैं।
इन्होंने यूरोपीय महाद्वीपीय चैंपियनशिप के जरिए क्वालीफाई किया है जो 2019 में खेली गई। भारत ने 2016 में लखनऊ में फाइनल में बेल्जियम को 2-1 से हराकर खिताब जीता था। यह भारत का दूसरा एफआईएच जूनियर पुरुष विश्व कप खिताब था।