Thursday - 31 October 2024 - 4:26 PM

व्यंग्य / बड़े अदब से : एक श्राद्ध सम्मेलन मेरे आगे

एक सौ बानबे देशों के कुछ काले, कुछ सफेद और कुछ चितकबरे कौए प्रगति मैदान में सुबह से रिपोर्टिंग कर रहे हैं। एक वट वृक्ष की डालों पर उनके स्टेटस और सोशल डिस्टेंसिंग के हिसाब से बैठने का इंतजाम किया गया है। वृक्ष की फुनगी पर चाइना की तख्ती झूल रही है। कहना न होगा कि इस पंद्रह दिवसीय शिखर सम्मेलन को सफल बनाने के लिए चीन ने दो साल पहले दिसम्बर से ही तैयारियां शुरू कर दी थीं।

चीन के तलुवों को खुजाने वाले पाकिस्तानी कौए को भी चीन के पास एक टूटी डाल दी गयी है। इस सयाने कौए ने गले में तस्बी डाल रखी है।

बेसिकली कौए काने होते हैं लेकिन यह कुर्सी के लिए अंधा हुआ पड़ा है। खैर। पीओके से पधारे सफेद कौए ने वृक्ष के वृत्ताकार उड़ते हुए एजेंडा पढ़ना शुरू किया, “दुनिया के कोने कोने से पधारे प्यारे क्रो ब्रो।

जैसा कि हम सब जानते हैं कि सुनामीग्रस्त देशों और सोमालिया में हम अपने शिखर सम्मेलन करते आये हैं। जब से दुनिया भर में टेररिज्म बढ़ा है हमारे बच्चों के लिए भरपूर खाने का इंतजाम हो जाता है।

ये भी पढ़े : व्यंग्य /बड़े अदब से : माटी की सिफत

ये भी पढ़े : व्यंग्य / बड़े अदब से : चिन्दी चिन्दी हिन्दी

ये भी पढ़े : 150 साल पुरानी है सेवक राम मिष्ठान की परम्परा

 

चाइना की मेहरबानी से कोरोना महामारी जब फैलनी शुरू हुई तो हमारे बच्चों ने थाली लेकर ताली बजाई। लेकिन हमारी खुशियों पर डब्ल्यू एच ओ ने पानी फेर दिया। हमारे दिव्य भोजन को पेटी पैक कराकर जमींदोज करने का फरमान जारी कर दिया। हमारी आंखों के सामने, चाइना के सौजन्य से, दुनिया भर में बल्क में तैयार कराये गये फूड पैकेट्स, ट्रक भर भरकर रातोंरात दबा दिये गये। अरे किसी को हवा तक नहीं लगने दी। हमें दुख है कि आने वाले पंद्रह दिनों तक आपके लिए प्योर वेजिटेरियन फूड ही सर्व कर पायेंगे। हम आज जिस पावन धरती पर एसेम्बल हुए हैं यहां के लोग हमारे माध्यम से परलोक सिधारे परिजनों को भोजन पानी भिजवाते हैं।”

हम कैसे जान पायेंगे कि हमें किसको डिलीवरी करनी है। यहां तो आधार कार्ड का चक्कर है। फूड पैकेट बदल गया तो?” नेपाली कौए ने बीच में टोका। प्लीज बी साइलेंस। देखिए इतना टेंसियाने का जरूरत नहीं है।

खायेंगे आप और जाएगा उसके पेट में जिसके नाम का आप जीमेंगे। लेकिन सर, ऐसा क्या स्पेशल फूड होता है जो एक बार ग्रहण करने के बाद साल भर भूख नहीं लगती?” बांग्लादेश के कौए ने दबी जुबान में धीरे से पूछा। सबकी सहमति से इस बात को सदन की कार्यवाही से कौए समेत बाहर कर दिया गया।

तभी घर घर से आओ.. आओ.. का शोर उठने लगा। लंच आवर की घोषणा के साथ सभा को डिस्पर्स कर दिया गया। ज्यादातर घरों में देशी विदेशी कौओं के लिए भोजन तैयार था। विदेशी कौए अतुल्यनीय वीआईपी ट्रीटमेंट पाकर गदगद थे।… कुछ तो इतने अभिभूत थे कि यहीं बसने की सोचने लगे।

दूसरी ओर कोर कमेटी के मेम्बरान बाढ़ में बहकर आये सड़ चुके कुत्ते के मांस को नोचते हुए बोले, “क्या अहिंसा प्रेमियों के देश में सम्मिट रख दी। अगली सम्मिट अफगानिस्तान पर अभी से तय की जाती है।” उन्होंने अपनी चोंचों को आपस मिलाया। वे अमेरिका द्वारा छोड़े गये हथियारों के फोटोज के सामने पंख फैलाकर बैठ गये।…

 

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com