जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच ने विधानसभा चुनाव को लेकर एक वेबिनार का आयोजन किया. इसमें वक्ताओं ने चुनाव को लेकर रणनीति तय की. यूपी इलेक्शन वाच ने तय किया है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के सम्बन्ध में मतदाताओं के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच और एसोसियेशन ऑफ़ डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) ने महसूस किया है कि अब जब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं और सभी राजनीतिक पार्टियाँ अपनी पूरी ताकत के साथ मैदान में कूद पड़ी हैं तब भी मतदाता उदासीन बना हुआ है. मतादाताओं में इस बात को लेकर कोई उत्साह ही नज़र नहीं आ रहा है कि उनका विधायक कैसा होना चाहिए.
राज्य समन्वयक संतोष श्रीवास्तव ने वेबिनार में कहा कि चुनाव में होने वाले धनबल और बाहुबल को रोकने की ज़रूरत है. हमें यह भी देखना होगा कि मतदाताओं को लुभाने के लिए कोई भी राजनीतिक दल कोई ऐसा काम न करने पाए जो लोकतंत्र के लिए घातक साबित हो.
वेबिनार के ज़रिये यूपी इलेक्शन वाच और एडीआर ने तय किया है कि छह विधानसभाओं दुद्धी (सोनभद्र), नरैनी (ललितपुर), जौनपुर सदर, जहौराबाद, गाजीपुर तथा भिंगा (श्रावस्ती) में हमारा विधायक कैसा हो इसे लेकर मतदाताओं के बीच एक अभियान चलाया जाएगा. इसके लिए एक जन घोषणा पत्र तैयार किया जायेगा. इस घोषणापत्र को तैयार करने के लिए 50 हज़ार मतदाताओं की राय ली जायेगी.
इस जन घोषणापत्र को तैयार करने के लिए दो अक्टूबर (गांधी जयन्ती) से 26 नवम्बर (संविधान दिवस) तक अभियान चलाया जायेगा. साथ ही एडीआर एनएसएस के साथ मिलकर यूथ डायलाग से महिला वोटरों का प्रतिशत बढ़ाने, न्यूनतम वोट प्रतिशत वाले बूथों की पहचान करने, मतदाताओं को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा.
यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री की सुरक्षा में सेंध : कार समेत बगैर प्रवेशपत्र लोकभवन में घुस गए दो संदिग्ध
यह भी पढ़ें : एम्बुलेंस को लेकर फिर चर्चा में आये बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी
यह भी पढ़ें : यह चश्मा आपको तकनीकी तौर पर बनाएगा स्मार्ट
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : पहली बार देखी ट्रोल होती सरकार
एडीआर और यूपी इलेक्शन वाच के मुख्य राज्य समन्वयक संजय सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव अत्यंत महत्वपूर्ण है. वेबिनार में वरिष्ठ पत्रकार अनिल शर्मा ने कहा कि अब चुनाव आयोग को मतपत्र के पीछे प्रत्याशियों का आपराधिक ब्यौरा भी देना चाहिए. इससे जनता जागरूक होगी तथा इससे अच्छे प्रत्याशी को चुनने में मदद मिलेगी.