जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति पर कार्यवाही करते हुए सतर्कता अधिष्ठान ने उल्लेखनीय उपलब्धियां प्राप्त की हैं।
योगी आदित्यनाथ की सरकार के कार्यकाल में अब तक सतर्कता अधिष्ठान ने भ्रष्टाचार से संबंधित 207 मामलों में 470 लोक सेवकों के खिलाफ न्यायालय में आरोप-पत्र दाखिल किये हैं।
उल्लेखनीय है कि सतर्कता अधिष्ठान द्वारा भ्रष्टाचार से संबंधित 142 मामलों में विभागीय कार्यवाही, 202 में अभियोजन, 10 प्रकरणों में लघु दण्ड/वृहद दण्ड तथा 07 प्रकरणों में क्षति वसूली संबंधी कार्यवाही की गयी है।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने उक्त जानकारी देते हुये आज यहाँ बताया कि शासन द्वारा सतर्कता अधिष्ठान की कार्य प्रणाली को और अधिक चुस्त-दुरूस्त बनाये जाने के उद्देश्य से दस सेक्टरों क्रमशः लखनऊ, मेरठ, बरेली, आगरा, अयोध्या, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, झांसी व कानपुर में सतर्कता अधिष्ठान के थाने भी खोले गये हैं।
सर्तकता अधिष्ठान मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार सतर्कता अधिष्ठान को शासन द्वारा लगभग साढ़े चार वर्ष की अवधि में 1156 जांचें सौंपी गईं, इनमें से 267 अन्वेषण, 497 खुली जांच, 168 गोपनीय जांच, 169 प्रकरणों में गोइन्ट(अभिसूचना संकलन) तथा 55 मामलों में ट्रैप की कार्यवाही की गयी। इस अवधि में हुई जाँच के तहत 322 मामलों में आरोप सिद्ध न होने के कारण उन्हें समाप्त कर दिया गया।
इस अवधि में सतर्कता अधिष्ठान द्वारा निर्णीत मामलों की कुल संख्या-110 रही, जिनमें से 40 मामलों में सजा की कार्यवाही की गयी है।
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