जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर(PK) को लेकर बड़ी जानकारी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर बहुत जल्द कांग्रेस पार्टी के रणनीतिकार बन सकते हैं। हालांकि प्रशांत किशोर को लेकर अब सोनिया गांधी कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
कांग्रेस से जुड़े सूत्र बता रहे हैें कि प्रशांत किशों को पार्टी में शामिल करने का अंतिम फैसला अब सोनिया गांधी करेगी। इतना ही नहीं सोनिया गांधी इस मुद्दे पर बहुत जल्द एक बैठक कर सकती है। माना जा रहा है कि इस बैठक में वो नेता भी शामिल हो सकते हैं जो प्रशांत किशो के विरोध में रहे हैं।
नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड को छोड़ कर आए प्रशांत किशोर की जुलाई में सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी के साथ कई बार बैठक हो चुकी है और अपनी भूमिका को लेकर चर्चा भी कर चुके हैं। प्रशांत किशोर को लेकर कांग्रेस में अब तक एक राय नहीं बन सकी है।
एक न्यूज चैनल की माने तो विरोधी गुट से ताल्लुक नहीं रखने वाले एक नेता ने बताया कि प्रशांत किशोर के पास कोई जादू की छड़ी नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनावी रणनीतिकार को पार्टी की संस्कृति और दृष्टिकोण के अनुकूल होने में परेशानी हो सकती है।
सूत्रों ने बताया कि पार्टी के संगठन में बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को लेटर लिखने वाले ‘समूह 23’ के नेताओं ने प्रशांत किशोर को लेकर भी नाखुशी जाहिर की है। लंबे समय से संगठन चुनाव की मांग करने वाले इन नेताओं में गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा जैसे वरिष्ठ नेता शामिल हैं।
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उधर प्रशांत किशोर से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस में वो बड़ी भूमिका चाहते हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने इसको लेकर पार्टी के बड़े नेताओं से मिलकर अपना पक्ष भी रखा है। कांग्रेस में प्रशांत किशोर(क्क्य) राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका चाहते हैं।
बता दें कि प्रशांत किशोर प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भी करीबी रहे हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान वह नरेन्द्र मोदी के रणनीतिकार थे।
बिहार विधानसभा चुनाव में वह जेडीयू के रणनीतिकार बने। चुनाव के बाद नीतीश कुमार ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया था। अब कांग्रेस में उनके शामिल होने के कयास लगाये जा रहे हैं। इसको लेकर कई बैठकें भी हो चुकी है।