जुबिली न्यूज डेस्क
नासिक भारत का सबसे बड़े टमाटर बाजार है। यहां टमाटर की खेती खूब होती है, लेकिन इस बार किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
दरअसल नासिक और औरंगाबाद में थोक बाजार में टमाटर की कीमतें 2 से 3 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिरने की वजह से किसान टमाटर सड़क पर फेंकने को मजबूर हैं। हालांकि, खुदरा बाजार में टमाटर 25-30 किलो के हिसाब से बिक रहे थे।
औरंगाबाद जिले के गंगापुर तालुका के किसान आज सुबह टमाटर से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर लासूर स्टेशन पहुंचे। यहां किसानों ने हंगामा किया और टमाटर सड़क किनारे फेंक दिया।
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शिलगांव थाने के प्रभारी सहायक पुलिस निरीक्षक रवींद्र खांडेकर ने बताया, किसान टमाटर लदे दो-तीन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ आए और लासूर स्टेशन पर हंगामा किया।
गंगापुर के धमोरी खुर्द गांव के उप सरपंच रवींद्र चव्हाण ने कहा, “थोक विक्रेता टमाटर 100 रुपये प्रति कैरेट (25 किलो) पर ले रहे हैं। इसमें हमार बहुत बड़ा नुकसान है। अगर 300 प्रति कैरेट भी रेट मिलते हैं तो भी यह हमारे लिए न तो फायदे और न ही नुकसान का सौदा है। ”
किसानों ने थोक विक्रेताओं से बेहतर खरीद दर की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस मामले पर गौर करना चाहिए और अगर दरों में और कमी आती है तो सरकार को नुकसान की भरपाई करनी चाहिए।
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एपीएमसी के आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में टमाटर का अगस्त थोक मूल्य 750.63 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि पिछले साल इसी महीने में टमाटर की कीमत 2,037.77 रुपये प्रति क्विंटल थी और इस साल जुलाई में 1,044.67 प्रति क्विंटल के हिसाब से बेचा जा रहा था।
नासिक जो भारत के सबसे बड़े टमाटर बाजार (लासलगांव और पिंपलगांव) का केंद्र है, अगस्त में 664.19 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से टमाटर बिक रहे हैं। वहीं, एपीएमसी के आंकड़ों के अनुसार, नासिक जिले में थोक मूल्य पिछले एक साल से अपरिवर्तित है।