लाॅक डाउन में जरूरतमंदों के घर तक राशन पहुंचाने के वीडियो देखकर कुछ राज्यों की सरकारों के दिल को छू गया।
वे क्रांतिकारी निर्णय ले रही हैं। सुनने में आ रहा है कि किसी राज्य के योजनाकार राशन वितरण प्रणाली में बदलाव करने का मन बना चुके हैं।
अब राशन की दुकान तक आने वाले गेहूँ, आटा, दालें, चावल, चीनी, तेल, मंजन, साबुन, शैम्पू, बेसन, सूजी, दलिया, राजमा, छोला और मसालों की होम डिलीवरी शुरू करेगी।
डिलीवरी ब्वाय के रूप में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। परचून हेल्पलाइन का ट्रायल लाॅक डाउन के दौरान सफलतापूर्वक संपन्न होते सबने देखा है। शासन और पुलिस प्रशासन के लोग काॅल आते ही जुमेटो और सुविगी से पहले माल डिलीवर्ड कर दे रहे हैं।
ट्रायल के नतीजे बेजोड़ हैं। अब उदाहरण के लिए आप टोलफ्री नम्बर डायल करेंगे तो उधर से एक सुमधुर स्वर सुनायी देगा-‘परचून हेल्पलाइन पर आपका स्वागत है।
हिन्दी में जानकारी के लिए एक दबाइये, अंग्रेजी के लिए दो दबाइये और जिस भाषा को आप समझते हैं उसके लिए हमारे प्रतिनिधि से सम्पर्क स्थापित करने के लिए नौ दबाइये।”
माना आपने हिन्दी का ऑप्शन लिया। उधर से आवाज फिर आने लगेगी-‘गेहूँ आया कि नहीं इसके लिए शून्य दबाइये, एपीएल के गेहूँ के लिए एक दबाइये, बीपीएल के गेहूँ के लिए दो दबाइये, आईपीएल की पंजीरी के लिए तीन दबाइये, पिसे गेहूँ के लिए चार दबाइये, चीनी के लिए पांच दबाइये, घासलेट के लिए छह दबाइये, चावल मोटा के लिए सात दबाइये, चावल महीन के लिए आठ दबाइये, दाल अरहर के लिए नौ दबाइये.. .दाल मसूर के लिए आठ…दाल चना के लिए नौ… और नमक के लिए सौ दबाइये।” माना आपने बीपीएल गेहूँ का ऑप्शन लिया।
उधर से बोलने को तैयार बैठी लेडी की आवाज फिर से आने लगेगी-‘बीपीएल के गेहूँ प्राप्त करने के लिए अपने कार्ड का सीरियल नम्बर फीड करें।” नम्बर फीड किया गया। उधर से फिर आवाज आने लगेगी-‘आपने जो नम्बर फीड किया है उसका डाटा हमारे डाटा बैंक से मैच नहीं कर रहा है।
आप हमारे प्रतिनिधि से बात करने के लिए एक हजार नौ दबायें।” आपने प्रतिनिधि का नम्बर दबाया। उधर से एक पुरुष कंठ उभरेगा -‘मैं श्याम किशोर आपकी किस तरह से मदद कर सकता हूँ।”
‘मुझे गेहूँ चाहिए।”
‘क्या मैं जान सकता हूँ कि अभी तक आप कौन सा गेहूँ खा रहे थे?”
‘खुले बाजार से लेकर।” माना आपका जवाब यही होता है।
‘खुले बाजार का भाव इस समय तीस रुपये किलो चल रहा है। आप कहां राशन के चक्कर में पड़े हैं। हम आपको घर बैठे दस रुपये में माल पहुंचा सकते हैं। बस आप अपना पता हमें लिखा दें। यह काल फिलहाल रिकार्ड नहीं की जा रही है।”
यदि आपने हां कहा तो वह प्रतिनिधि आपको एक प्राइवेट टोलफ्री नम्बर देगा। आपने नम्बर मिलाया। उधर से प्यारी सी आवाज आयेगी-‘धुला गेहूँ लेने के लिए एक दबायें, बोरी में गेहूँ लेने के लिए दो दबाएं, पिसा गेहूँ लेने के लिए तीन दबाएं, सना आटा लेने के लिए चार, बनी हुई रोटियां लेने के लिए…..पैसा चेक से देने के लिए एक सौ दस दबाएं, नकद देने के लिए एक सौ ग्यारह दबाएं, क्रेडिट कार्ड से देने के लिए एक सौ बारह दबाएं…ईबैंकिंग के लिए…..।”
उम्मीद है कि आपके मोबाइल की बैटरी पिघलने तक यह आवाज आने लगे- ‘क्षमा कीजिएगा आपके द्वारा निर्णय लेने में हुई देरी के चलते आज दुकान बंद हो गयी है। परचून हेल्पलाइन की सेवा लेने के लिए आपका धन्यवाद। आपका दिन शुभ हो। सामाजिक दूरी बनाए रखें। घर में रहें, सुरक्षित रहें।”