जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को बड़ी राहत दी है। राज्य सरकार ने पराली जलाने से संबंधित सभी मामले वापस लेने का फैसला किया है। इसके साथ ही सरकार ने ये भी ऐलान किया कि किसानों से जुर्माना भी नहीं वसूला जाएगा।
किसानों से मुखातिब होने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को आदेश दिया है किसी भी किसान का बिजली बकाया होने की वजह से बिजली सप्लाई न रोकी जाए।
सीएम योगी ने कहा, ‘पराली जलाने की वजह से जिन किसानों पर केस दर्ज किए गए थे, सरकार उन्हें वापस ले लेगी और जुर्माना भी नहीं वसूला जाएगा। इसके साथ ही जिनसे जुर्माना ले लिया गया है, उनका रिफंड किया जाएगा।’
मुख्यमंत्री ने किसानों से यह भी वादा किया कि गन्ने की नई फसल से पहले पुराने बकाये का पूरा भुगतान किया जाएगा।
उन्होंने कहा, प्रदेश के पश्चिम क्षेत्र, मध्य क्षेत्र और पूर्वी क्षेत्र की तीन चीनी मिलें नवंबर तक प्रारंभ हो सकें, इस पर उत्तर प्रदेश सरकार तेजी से कार्य कर रही है। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2010 से 2017 तक का गन्ना मूल्य बकाया था। पिछले साढ़े 4 वर्ष में सरकार ने 1,42,000 करोड़ रुपए गन्ना मूल्य का भुगतान किया है। वर्तमान सीजन का भी 82 फीसदी से अधिक मूल्य का भुगतान हो चुका है।
पढ़ें : अमेरिका और ब्रिटेन ने काबुल एयरपोर्ट को लेकर जारी की चेतावनी
पढ़ें : कोरोना के नए मामलों में बड़ा उछाल, केरल बना हुआ है चुनौती
पढ़ें : 6 साल तक कैद में रहे आतंकी को तालिबान ने बनाया अफगानिस्तान का रक्षा मंत्री
वहीं सीएम योगी ने विपक्षी दलों की बात करते हुए कहा कि वे राजनीतिक स्वार्थ को साधने के लिए किसानों की बात करते हैं। बीजेपी ने 2014 के बाद से ही प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किसानों की आय दोगुनी करने की ओर प्रयास किया है।
पढ़ें : ब्याज दर बढ़ाने वाला पहला बड़ा एशियाई देश बना दक्षिण कोरिया
पढ़ें : केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट के लिए नौ जजों की नियुक्ति का प्रस्ताव राष्ट्रपति को भेजा
कोरोना की बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। हालांकि किसानों ने इस संकट का जमकर सामना किया। कोरोना काल के समय भी चीनी मिलें अपना काम करती रहीं और किसान अन्न उपजाता रहा।