जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक सुनाई देने लगी है. इस दस्तक से डरे सहमे लोगों के बीच वह रिपोर्ट भी आने वाली है जिसमें वह कारण गिनाये गए हैं जिसकी वजह से भारत में इतनी ज्यादा मौतें हुईं. द लैंसेट की रिपोर्ट के मुताबिक़ भारत में डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर की बीमारी ने कोरोना महामारी को और भी ज्यादा भड़का दिया.
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में मध्यम वर्ग में उनकी जीवन शैली की वजह से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़ ने लोगों के बीच अपना घर बना लिया. कोरोना वायरस आया तो उसने इस तरह की बीमारियों में जकड़े हुए लोगों पर ज्यादा तेज़ी से हमला किया. यही वजह है कि भारत में कोरोना संक्रमित लोगों के बीच पहले से पल रही उनकी बीमारियाँ ज्यादा घातक साबित हुईं.
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इस रिसर्च में यह पाया गया है कि कोरोना से होने वाली मौतों में 5.7 फीसदी मौतें उनकी हुईं जो डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर के मरीज़ थे. कोरोना जांच से गुजरने वाले चार लाख लोगों के आंकड़ों को इस रिसर्च का आधार बनाया गया है. रिसर्च में यह पाया गया है कि भारत में कोरोना से हो रही मौतों की संख्या पर तो ध्यान केन्द्रित किया गया लेकिन डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर के रोगियों को इससे ज्यादा सावधान रहने की सलाह भी नहीं दी गई. भारत में कोरोना ने करीब 50 लाख लोगों की जानें ली हैं.