जुबिली न्यूज डेस्क
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने शानदान प्रदर्शन किया है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम इस बार ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब हुई, लेकिन महिला हॉकी टीम शुक्रवार को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ इतिहास रचने से चूक गई। ब्रॉन्ज मेडल के कड़े मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन ने भारत को 4-3 से हरा दिया और इसी के साथ भारतीय महिला हॉकी टीम का पहला ओलंपिक मेडल जीतने का सपना पूरा नहीं हो सका।
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम भले ही मेडल से चूक गई, लेकिन अपने खेल से सबका दिल जीत लिया। भारतीय टीम ने ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ 0-2 से पिछडऩे के बाद जबर्दस्त वापसी करते हुए 3-2 की बढ़त बना ली थी। तीसरे क्वार्टर तक स्कोर 3-3 की बराबरी पर था, लेकिन चौथे क्वार्टर में ग्रेट ब्रिटेन ने गोल दागकर भारत को बैकफुट पर ढकेला।
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अंत में यह निर्णायक स्कोर साबित हुआ और ग्रेट ब्रिटेन ने 4-3 से जीत दर्ज कर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया। इस तरह से टोक्यो ओलंपिक में भारत महिला हॉकी का सफर चौथे नंबर पर रहते हुए खत्म हुआ।
पहला क्वार्टर
पहले क्वार्टर में दोनों ही टीमें गोल करने में नाकाम रहीं। दोनों टीमों ने पहला गोल दागकर विरोधी टीम पर दबाव बनाने के लिए जी जान लगा दी, लेकिन दोनों में से किसी को कामयाबी नहीं मिली।
दूसरा क्वार्टर
दूसरा क्वार्टर जबर्दस्त रहा। ग्रेट ब्रिटेन की ओर से एली रेयर ने मैच का पहला गोल किया। इस तरह से 16वें मिनट में ग्रेट ब्रिटेन को 1-0 की लीड मिल गई और 24वें मिनट में सारा रॉबर्ट्सन ने गोल दागा जिससे ग्रेट ब्रिटेन की टीम 2-0 से आगे हो गई।
दोनों ही फील्ड गोल रहे। भारत ने ग्रेट ब्रिटेन को ज्यादा पेनल्टी कॉर्नर नहीं दिए। इसके बाद भारतीय महिला टीम ने जबर्दस्त पलटवार करते हुए दूसरे क्वार्टर के खत्म होने तक तीन गोल दागकर 3-2 की बढ़त अपने नाम कर ली। 25वें और 26वें मिनट में गुरजीत कौर ने दो पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर पहले भारत को 2-2 की बढ़त दिलाई और फिर वंदना कटारिया ने 29वें मिनट में एक और गोल दागकर भारत को 3-2 से आगे कर दिया।
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तीसरा क्वार्टर
तीसर क्वार्टर की शुरुआत से ही ग्रेट ब्रिटेन की टीम इस बढ़त को मिटाने की कोशिशों में जुट गई और 35वें मिनट में उन्हें सफलता भी मिल गई। कप्तान होली वेब ने भारतीय डिफेंस और गोलकीपर सविता को छकाकर ग्रेट ब्रिटेन के लिए बराबरी का गोल दागा। इस तरह से मुकाबला 3-3 की बराबरी पर आ गया। तीसरे क्वार्टर के आखिरी सेकेंड पर भारत ने पेनल्टी कॉर्नर के लिए रेफरल लिया और उन्हें पेनल्टी कॉर्नर मिल भी गया। उस समय गुरजीत सिंह मैदान पर नहीं थीं और इसका खामियाजा भारत को उठाना पड़ा।
चौथा क्वार्टर
चौथे क्वार्टर की शुरुआत में भारतीय टीम को उस समय झटका लगा, जब उदिता को येलो कार्ड मिला और साथ ही बैक-टू-बैक पेनल्टी कॉर्नर मिले। 48वें मिनट में ग्रेस बैल्सडन ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर ग्रेट ब्रिटेन को 4-3 की बढ़त दिला दी।