जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। पेगासस जासूसी मामला लगातार तूल पकड़ता नजर आ रहा है। इस मामले में विपक्ष ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। अब इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का साथ विपक्ष को मिला है।
दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी चाहते हैं कि पेगासस केस की निश्चित तौर पर जांच हो। इसको लेकर उन्होंने मीडिया में बयान देते हुए कहा है कि पेगासस केस में जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा है कि पेगासस जासूसी का मामला लगातार सुन रहे हैं। इसलिए पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। नीतीश ने यह बात जनता दरबार के दौरान मीडिया से बातचीत में कही की। इस दौरान जातीय जनगणना पर कहा कि
हम आज ही जातीय जनगणना को लेकर फिर आग्रह करेंगे। करना ना करना केंद्र के ऊपर है। सीएम ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जातीय जनगणना से समाज में तनाव फैलेगा, यह बिल्कुल गलत बात है।
इससे सबको खुशी होगी। सीएम नीतीश ने आगे मीडिया से बातचीत में कहा कि संसद में पेगासस जासूसी केस पर बहस भी होनी चाहिए, जांच भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब इतने दिनों से लोग संसद में मुद्दा उठा रहे हैं, तो इसकी जांच होनी चाहिए, जिससे सच्चाई सामने आए। अगर कोई किसी को भी परेशान करने की कोशिश कर रहा है, तो जांच तो होना ही चाहिए।
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बता दें कि इस्राएली कंपनी के जासूसी सॉफ्टवेयर की मदद से विभिन्न सरकारों द्वारा पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और नेताओं की जासूसी करने की खबरें आने के बाद से भारत समेत कई देशों का सियासी पारा चढ़ा हुआ है।
इतना ही नहीं संसद के मॉनसून सत्र के दौरान विपक्ष के जोरदार हंगामा भी खूब देखने को मिल रहा है। आलम तो यह है कि पेगासस जासूसी विवाद के मुद्दे को विपक्षी दलों ने दोनों सदनों की कार्यवाही तक ठीक से चलने नहीं दे रहे हैं।