जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलम्पिम में शानदार प्रदर्शन करते हुए चीन की बिंगजियाओ को 21-13, 19-15 से पराजित कर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया है।
इसके साथ टोक्यो ओलम्पिक में भारत ने दूसरा मेडल जीत लिया है। इससे पहले हाल ही में मणिपुर की मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक्स में वेटलिफ्टिंगमें रजत पदक जीता था जबकि बॉक्सिंग में एक पदक पक्का हो चुका है।
पीवी सिंधु ओलंपिक के व्यक्तिगत इवेंट में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी हैं… पुरुषों में पहलवान सुशील कुमार (कांस्य- बीजिंग 2008, रजत- लंदन 2012) ने यह कारनामा किया था…
महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन सेमीफाइनल में पहुंच चुकी हैं। ब्रॉन्ज मेडल के हुए इस मुकाबले में पीवी सिंधु पूरे रंग में नजर आई और चीनी खिलाड़ी को आसानी से काबू कर लिया है।
मुकाबले शुरू होने पर पीवी सिंधु ने अच्छी शुरुआत करते हुए पहले गेम में 4-2 की बढ़त बनाकर चीनी खिलाड़ी पर दबाव बनाया। हालांकि इसके बाद चीन की बिंगजियाओ ने जोरदार वापसी की और स्कोर को 6-6 कर दिया।
इस दौरान दोनों की तरफ से अटैक देखने को खूब मिला। इसके बाद पीवी सिंधु ने जोरदार स्मैश लगाकर चीनी खिलाड़ी इस गेम में संभलने का मौका नहीं दिया और 11-8 से आगे हो गई। इसके बाद फिर लगातार अंक हासिल करते हुए 18-12 से आगे हो गई और फिर पहला गेम 21-13 से अपने नाम कर लिया।
दूसरे गेम में भी स्टार शटलर पीवी सिंधु ने शानदार शुरुआत की और 14-11 आगे रही। इसके बाद कोर्ट पर उन्होंने शानदार स्मैश और कुछ शानदार शॉट्स लगाकर चीनी खिलाड़ी के दहशत में डाल दिया। इसका नतीजा यह रहा कि दूसरा गेम उन्होंने 21-15 से अपने नाम कर देश के लिए एक और पदक जीत लिया।
ओवरऑल ओलंपिक बैडमिंटन में भारत- तीसरा पदक
- साइना नेहवाल
कांस्य पदक: लंदन ओलंपिक (2012) - पीवी सिंधु
कांस्य पदक: रियो डी जेनेरियो (2016) - पीवी सिंधु
कांस्य पदक: टोक्यो ओलंपिक (2020)