जुबिली न्यूज डेस्क
कर्नाटक में भाजपा अगले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार में बड़े बदलाव करने के मूड में है। भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने पहले बीएस येदियुरप्पा से इस्तीफा मांगा, उसके बाद लिंगायत से ही बसवराज बोम्मी को प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया। अब खबर है कि भाजपा यहां पांच उपमुख्यमंत्री बनाने के बारे में सोच रही है।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद बोम्मई आज दिल्ली दौरे पर हैं। यहां उनकी मुलाकात पीएम मोदी से भी होनी है। नई सरकार के गठन के बाद मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देना अभी बाकी है।
बताया जा रहा है कि अपने दिल्ली दौरे के बाद बोम्मई इसे अंतिम रूप देंगे। दरअसल 2023द में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के पांच उपमुख्यमंत्रियों का चयन करने और अपने मंत्रिमंडल में छह से आठ नए चेहरों को शामिल करने की संभावना है। मालूम हो कि कर्नाटक में अधिकतम 34 मंत्री बनाए जा सकते हैं।
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मालूम हो कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी 2019 में पांच डिप्टी सीएम की एक जंबो टीम रखने वाले देश के पहले व्यक्ति थे।
कैबिनेट गठन पर चर्चा के लिए एक वरिष्ठ बीजेपी पदाधिकारी ने कहा कि उप मुख्यमंत्री का चयन पांच प्रमुख सामाजिक समूहों-एससी, एसटी, वोक्कालिगा, लिंगायत और ओबीसी से किया जाएगा।
उनके मुताबिक, लिंगायत-ब्राह्मणों की पार्टी जल्द ही सभी समुदायों के लिए एक अखिल-हिंदू अपील करेगी क्योंकि वह 2008 से विधानसभा चुनावों में 113 सीटों के जादुई आंकड़े को पार करने के लिए संघर्ष कर रही है।
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दरअसल बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाकर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और लिंगायतों को खुश रखा है। अब, वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अन्य समुदायों – विशेष रूप से एससी / एसटी और ओबीसी के बीच के प्रमुख समूहों को नजरअंदाज न किया जाए।