जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश में इन दिनों किसानों का आंदोलन चल रहा है। आठ महीनों से ज्यादा वक्त गुजर चुका है लेकिन सरकार ने अब तक किसानों की मांगों को नहीं माना है।
इस वजह से किसानों का आंदोलन अब तक जारी है। किसान संसद तक जा पहुंचे हैं। दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर से आगे बढ़ते हुए किसानों के जत्थे जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं।
इतना ही नहीं यहां पर किसान संसद चल रही है लेकिन सोमवार को यहां पर महिलाओं की मौजूदगी से किसानों के आंदोलन को और मजबूती मिली है।
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जानकारी के मुताबिक इसी संसद की अगुवाई करने सोमवार को महिलाएं बसों से पहुंचीं। इस दौरान देखा जा सकता है महिलाओं की हाथों में कृषि कानूनों के विरोध वाले बैनर दिखायी पड़ रहे हैं।
इस दौरान एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि पहली बार, महिलाएं स्वतंत्र रूप से संसद (किसान संसद) चलाएंगी। पंजाब-हरियाणा समेत कई राज्यों के प्रदर्शनकारी जुटे हैं।
उधर किसान नेताओं की माने तो उनकी संसद को महिलाएं चलाएंगी। उन्होंने कहा कि, बड़ी संख्या में महिला प्रदर्शनकारी आज किसान संसद के लिए जंतर-मंतर पहुंच रही हैं। ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है। पुलिस ने बताया कि 200 प्रदर्शनकारियों के जत्थे को यहां पहुंचने की अनुमति दी गई है।
बता दें कि मोदी सरकार के तीन नये कृषि कानूनों का पिछले साल नवंबर से विरोध कर रहे किसानों को आखिरकार दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन को हरी झंडी मिली थी।
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आज से किसान जंतर-मंतर पर भारी सुरक्षा के बीच ‘किसान संसद’ शुरू करेंगे। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए सिंघु बॉर्डर से लेकर जंतर-मंतर तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए गए हैं।