जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। कोरोना की दूसरी लहर भले ही अब कमजोर पड़ गई हो लेकिन कोरोना की तीसरी लहर से अब भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
कोरोना की दूसरी लहर के कमजोर पडऩे पर दोबारा लोगों की जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है लेकिन इस दौरान कई जगहों से लापावाही की खबरे भी आ रही है। लोग मॉस्क नहीं पहन रहे हैं और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं कर रहे हैं।
उधर उत्तराखंड सरकार सावन महीने में होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर कोई बड़ा कदम उठा सकती है। कहा जा रहा है कि उत्तराखंड सरकार कांवड़ यात्रा को परमिशन देने को लेकर कोई फैसला कर सकती है लेकिन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन उत्तराखंड सरकार को चेताया है और पत्र लिखकर कहा है कि कांवड़ यात्रा को मंजूरी न दिए जाने की मांग की है।
Indian Medical Association (IMA), Uttarakhand urged Chief Minister Pushkar Singh Dhami to disallow the proposed Kanwar Yatra (July – August) in order to control the eruption of the 3rd wave of the #COVID19 pandemic. pic.twitter.com/5HpY4thtmm
— ANI (@ANI) July 13, 2021
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आईएमए की उत्तराखंड यूनिट ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर भी बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर कांवड़ यात्रा को परमिशन दिया जाता है तो कोरोना की तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है।
पत्र में क्या कहा गया है
सीएम पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कांवड़ यात्रा को मंजूरी न दिए जाने की मांग की है। ये पत्र आईएमए उत्तराखंड के सचिव अजय खन्ना की ओर से लिखा गया है।
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इस पत्र में साफ कहा गया है कि हमारी आपसे अपील है कि कांवड़ यात्रा को मंजूरी न दें। देश के तमाम एक्सपर्ट्स ने कहा है कि जुलाई और अगस्त के दौरान कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है।