हरीश रावत के बयान के बाद माना जा रहा है कि सिद्धू का पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो गया है…हरीश रावत ने अखबार से बात करते हुए कहा कि पंजाब में पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलेगा और कैबिनेट में नए चेहरे शामिल होंगे…
जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस को लेकर बड़ी खबर आ रही है। जानकारी के मुताबिक पंजाब कांग्रेस में मची आंतरिक कलह अब खत्म हो सकती है।
दरअसल पंजाब में अगले साल चुनाव होना है कि इसलिए कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच चली आ रही रार को खत्म करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।
इसका नतीजा यह रहा है कि दोनों के बीच अब रार खत्म होने की बात कही जा रही है। कांग्रेस ने दोनों के झगड़े को खत्म करने के लिए एक पैनल का गठन किया था और वो इसमें कामयाब भी हो गया है।
यह भी पढ़ें : 15 जुलाई को बनारस से मोदी यूपी में फूकेंगे चुनावी बिगुल!
यह भी पढ़ें : दिल्ली वालों का खत्म हुआ मानसून का इंतजार
पैनल के सदस्य हरीश रावत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की सीएम की कुर्सी बने रहेगे लेकिन पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष जरूर बदला जायेगा।
कैप्टन की कैबिनेट में भी फेरबदल होना तय है। हरीश रावत ने अखबार से बात करते हुए कहा कि पंजाब में पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलेगा और कैबिनेट में नए चेहरे शामिल होंगे।
इस दौरान उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री को लेकर कोई बदलाव नहीं किया जायेगा और इसको लेकर किसी ने मांग नहीं की है। उन्होंने दावा किया है कि सभी मुद्दों को सुलझा लिया गया है और पार्टी को सही व्यक्ति को सही जिम्मेदारी देनी है।
यह भी पढ़ें : लालू के इस कदम से बिहार में बढ़ी सियासी सरगर्मी
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : हुकूमत क्या सिर्फ तमाशा देखने के लिए है
यह भी पढ़ें : टोक्यो ओलंपिक ने भारतीय हॉकी टीम के लिए फिर जगाई उम्मीद
हालांकि हरीश रावत ने इस बार का खुलासा नहीं किया है कि कौन पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष होगा लेकिन हरीश रावत के बयान के बाद माना जा रहा है कि सिद्धू का पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो गया है।
मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार या कांग्रेस को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष जो भी फैसला करेंगी वो स्वीकारा जाएगा। हम फैसलों को पंजाब में लागू करेंगे।
बीते दिनों मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इसके बाद लगने लगा था पंजाब कांग्रेस में सबकुछ ठीक होने का रास्ता साफ हो गया है। इससे पहले सिद्धू राहुल व प्रियंका से भी मिले थे।