जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव 2022 होने हैं। ऐसे में यहां पर राजनीति सरगर्मी लगातार बढ़ रही है। बीजेपी से लेकर सपा ने अपनी तैयारी को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है जबकि छोटे दल किसी के पाले में जा सकते हैं।
दूसरी ओर कांग्रेस भी यूपी में अपनी राजनीतिक जमीन को पाने के लिए लगातार मेहनत कर रही है। प्रियंका गांधी यूपी में सक्रिय है और वो यहां के स्थानीय नेताओं से बातचीत कर अपनी रणनीति बना रही है।
चुनाव को देखते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश का दौरा करने वाली है। उनके इस दौरे को लेकर कांग्रेस दफ्तर में तैयारियां भी तेज हो गई हैं।
यह भी पढ़ें : 15 जुलाई को बनारस से मोदी यूपी में फूकेंगे चुनावी बिगुल!
यह भी पढ़ें : दिल्ली वालों का खत्म हुआ मानसून का इंतजार
कांग्रेस मुख्यालय पर होर्डिंग लगना शुरू हो गर्ई लेकिन एक होर्डिंग में राहुल व सोनिया की फोटो गायब है। इसको लेकर चर्चा खूब देखने को मिल रही है। इस पोस्टर से साफ संदेश है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव में प्रियंका गांधी के हाथो में कमान होगी।
बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा का यूपी का दौरा 14 जुलाई से प्रस्तावित है. वह 17 जुलाई तक 4 दिन उत्तर प्रदेश के दौरे पर रहेंगी. इस दौरान कई अलग-अलग बैठक कर संगठन की तैयारियों को परखेंगी।
यूपी में कांग्रेस को मजबूती देने के लिए बूथ स्तर तक अपने संगठन का गठन कर रही है। बता दें कि इसके लिए पूरे प्रदेश में कांग्रेस ने संगठन सृजन अभियान भी चलाया था।
यह भी पढ़ें : लालू के इस कदम से बिहार में बढ़ी सियासी सरगर्मी
प्रियंका गांधी यहां पहुंचकर इन चीजों की अब समीक्षा करेंगी। इसके आलावा 2022 में होने वाले विधान सभा चुनाव को लेकर अपनी तैयारी को और मजबूत करेंगी और पार्टी का अगला कदम क्या होगा इसको लेकर चर्चा होगी।
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : हुकूमत क्या सिर्फ तमाशा देखने के लिए है
यह भी पढ़ें : टोक्यो ओलंपिक ने भारतीय हॉकी टीम के लिए फिर जगाई उम्मीद
प्रियंका गांधी ने पुराने नेताओं को बुलाया है और उनके साथ एक बैठक भी करने वाली है। इस बैठक में पूर्व विधायक पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री शामिल होने की बात कही जा रही है।
प्रियंका गांधी यूपी विधान सभा चुनाव को लेकर क्या घोषणा पत्र हो सकता है इसको लेकर भी चर्चा करेगी। प्रियंका दिसंबर 2019 में लखनऊ आई थी लेकिन अब तकरीबन डेढ़ साल बाद लखनऊ दौरा उनका अहम बताया जा रहा है।