जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. पैसा कमाने के लिए कुछ लोग किसी भी स्तर पर चले जाते हैं. उन्हें यह अहसास भी नहीं होता कि इसका अंजाम क्या होगा. वह यह बात भी नहीं समझ पाते कि यह पैसा उन्हें किस मुकाम पर ले जाएगा. एक नौजवान है कुलदीप शर्मा. उसने कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता को कैश कराने की योजना बनाई. इस योजना में उसे कामयाबी भी मिली और जेल भी जाना पड़ा.
कुलदीप शर्मा ने अपना नाम कुलदीप शर्मा से बदलकर कुलदीप हिन्दू रख लिया. इसके बाद उसने योगी सेना का गठन किया. फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उसने सीएम योगी के साथ खुद की तस्वीर पोस्ट कर ली. इसके बाद योगी सेना का यह सर्वोसर्वा लोगों से धन उगाही में जुट गया. योगी सेना का पदाधिकारी बनाने के नाम पर भी वह लोगों से अच्छी खासी रकम वसूलता था.
नवम्बर 2020 में लखनऊ पुलिस की साइबर सेल के इंस्पेक्टर मथुरा राय ने कुलदीप शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे जेल भेजा था. इन्सपेक्टर मथुरा राय ने कुलदीप शर्मा पर धोखाधड़ी की धाराओं में हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया था. उसे उसके चार साथियों के साथ हरियाणा के करनाल से गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस ने 25 जनवरी 2021 को कुलदीप शर्मा और उसके साथियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में भी आरोप पत्र अदालत में दाखिल कर दिया. पुलिस ने अदालत को बताया कि कुलदीप योगी सेना के नाम पर गैंग बनाकर धन उगाही का काम करता था. गैंगस्टर एक्ट के प्राविधान के तहत कुलदीप की सम्पत्ति जब्त करने की भी तैयारी चल रही है.
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कुलदीप शर्मा के वकील ने गैंगस्टर कोर्ट में उसकी ज़मानत की अर्जी थी. गैंगस्टर कोर्ट की विशेष न्यायाधीश कल्पना की अदालत में सरकारी वकील ने कहा कि इस अपराधी ने मुख्यमंत्री की तस्वीर का इस्तेमाल कर धन उगाही का अपराध किया है इसलिए इसे ज़मानत नहीं दी जानी चाहिए. जज ने दोनों पक्षों के वकीलों की बात सुनने के बाद ज़मानत याचिका खारिज कर दी.