जुबिली न्यूज डेस्क
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले दिनों अपने एक बयान में कहा था कि ‘भारतीयों का डीएनए एक है’। उनके इस बयान पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है।
आरएसएस प्रमुख के बयान पर AIMIM प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी थी।
अब भागवत के बयान पर सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने एक विवादित बयान दिया है।
राजभर ने कहा है कि भाजपा नेताओं ने अपनी बहन बेटियों की शादी मुसलमानों से करवायी है। इसलिए उनका डीएनए तो एक होगा ही।
वाराणसी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ओम प्रकाश राजभर ने कहा बीजेपी के लोग गरीब, कमजोर, पिछड़ों और हिंदू-मुसलमान को आपस में लड़ाकर दंगा कराते हैं, मगर इनके नेताओं के संबंध मुसलमानों से अच्छे रहते हैं। साथ ही उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के भागवत पर दिए गए बयान का भी समर्थन किया।
गौरतलब है कि असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि ये नफरत हिंदुत्व की देन है। बताते चलें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा था कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है और मुसलमानों को ”डर के इस चक्र मे” नहीं फंसना चाहिए कि भारत में इस्लाम खतरे में है।
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भागवत ने यह भी कहा था कि जो लोग मुसलमानों से देश छोडऩे को कहते हैं, वे खुद को हिन्दू नहीं कह सकते। वह राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा यहां ‘हिन्दुस्तानी प्रथम, हिन्दुस्तान प्रथम’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि लोगों में इस आधार पर अंतर नहीं किया जा सकता कि उनका पूजा करने का तरीका क्या है।
हालांकि मोहन भागवत की ओर से मुस्लिम समुदाय के संदर्भ में दिए ताजा बयान को लेकर विपक्ष और मुस्लिम समाज के कई नेताओं ने सोमवार को कहा कि संघ प्रमुख की बात का उसी स्थिति में महत्व होगा, जब उनकी कथनी के मुताबिक जमीन पर अमल भी दिखे।
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