जुबिली न्यूज डेस्क
लोजपा नेता चिराग पासवान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मोदी का हनुमान बताने वाले चिराग की भाजपा को जरूरत नहीं है।
केंद्रीय कैबिनेट विस्तार की खबरों के बीच लोजपा नेता पशुपति पारस गृहमंत्री अमित शाह के फोन के बाद दिल्ली पहुंच गए। ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि पशुपति पारस को मंत्री बनाया जा सकता है।
वहीं मंत्री बनने को लेकर अब तक भाजपा ने चिराग पासवान से कोई संपर्क नहीं साधा है। वहीं चिराग इशारों-इशारों में भाजपा को कई बार अपना किया एहसान जता चुके हैं। लेकिन भाजपा अब तक चिराग के मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बिहार से सुशील मोदी, संजय जायसवाल, आरसीपी सिंह, ललन सिंह, रामनाथ ठाकुर और चंदेश्वर चंद्रवंशी का नाम सबसे आगे चल रहा है। ऐसी उम्मीद है कि जब भी कैबिनेट का विस्तार होगा तो जगह मिल सकती है।
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मालूम हो पीएम मोदी ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल को लेकर चल रही चर्चा के बीच गृह मंत्री शाह और बीजेपी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ बैठक की।
इस बैठक को मंत्रिपरिषद विस्तार से जुड़े ब्यौरे को अंतिम रूप देने से जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही मंत्रिपरिषद में फेरबदल होने की ‘प्रबल संभावना’ के बीच शाह और संतोष ने रविवार को प्रधानमंत्री के निवास पर उनके साथ कई घंटों तक चर्चा की।
चर्चा है कि शपथ ग्रहण बुधवार तक हो सकता है। बहरहाल, इस बारे में अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। अगर पीएम फेरबदल करते हैं तो मई, 2019 में प्रधानमंत्री के तौर पर दूसरी पारी शुरू करने के बाद मंत्रिपरिषद का यह पहला विस्तार होगा।
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बिहार के अलावा असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुशील मोदी उन संभावित लोगों में शामिल माने जा रहे हैं जिन्होंने मोदी मंत्रिपरिषद में जगह मिल सकती है।
सूत्रों के अनुसार, बंगाल का प्रतिनिधित्व भी इस विस्तार में बढ़ सकता है। माना जा रहा है कि बीजेपी की सहयोगियों जदयू और अपना दल (एस) को भी प्रतिनिधित्व मिल सकता है।
मालूम हो आरपीआई नेता राम दास आठवले इकलौते ऐसे गैर भाजपाई नेता हैं जो नरेंद्र मोदी मंत्रिपरिषद में शामिल हैं। बताते चलें कि मौजूदा मंत्रिपरिषद में कुल 53 मंत्री हैं और नियमानुसार अधिकतम मंत्रियों की संख्या 81 हो सकती है।
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