जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। वाणिज्य विभाग नारी शिक्षा निकेतन पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज के तत्वावधान में राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के अवसर पर राजधानी लखनऊ में ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस ऑनलाइन व्याख्यान का विषय रखा गया हमारे राष्ट्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में सांख्यिकी की भूमिका।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विकास योजनाओं और नीतियों के निर्माण के क्षेत्र में भारत मे सांख्यिकी के जनक स्वर्गीय प्रो. पी सी महलोनोबिस के उल्लेखनीय योगदान को उजागर करने के अलावा, छात्रों को जीवन के हर पहलू में सांख्यिकी की भूमिका से अवगत कराना था।
कार्यक्रम का प्रारंभ कार्यक्रम संयोजक डॉ. नीतू मिश्रा के स्वागत भाषण से हुआ।और उसके बाद आयोजन सचिव डॉ. सुनीता कुमार (प्राचार्या) ने उद्घाटन भाषण दिया।
कार्यक्रम मे मुख्य वक्ता के रूप मे आमंत्रित डॉ. प्रवीण कुमार मिश्र, सहायक प्रोफेसर, गणित एवं सांख्यिकी विभाग, डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ, ने अपना व्याख्यान दिया उनके व्याख्यान के मुख्य अंश इस प्रकार हैं:-
1. हमारी विकास योजनाओं को प्राप्त करने के लिए साक्ष्य आधारित नीतियों पर सांख्यिकी की भूमिका अत्यंत महत्व पूर्ण है।
2. डॉ मिश्र ने सांख्यिकीय आंकड़ों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला और कहा कि आर्थिक नियोजन में उचित निर्णय लेने के लिए आंकड़ों का विश्वसनीय, सटीक और मान्य होना आवश्यक है।
3. औसत और भिन्नता के महत्व का उल्लेख किया, इसके अलावा दैनिक व्यावसायिक जीवन में अनुप्रयुक्त सांख्यिकी और विभिन्न सांख्यिकीय तकनीकों के उपयोग पर प्रकाश डाला।
4. डॉ मिश्र ने कहा की वर्तमान वैश्विक महामारी से लड़ने मे संख्यविदो ने अत्यंत महत्व पूर्ण भूमिका निभाई है। अनेक प्रकार के स्टैटिस्टिकल् मॉडल का प्रयोग करते हुए जन हानि को कम करने का प्रयास किया गया है। साथ ही साथ कोविड् विषाणु के लिए टीके के शीघ्र शोध एवं विकास मे अत्यंत महत्व पूर्ण भूमिका निभाई है।
डॉ मिश्र ने कहा की यदि आंकड़ो का संकलन एवं प्रकाशन ठीक नहीं होगा या फिर किसी भी स्तर पर आंकड़ो को छुपाया जायेगा तो न तो स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के प्रयास सफल होंगे और न ही इस महामारी से पीड़ित परिवारों को सरकारो द्वारा बनाई गई राहत योजनाओ का लाभ मिल पायेगा।
प्राचार्या डॉ. सुनीता कुमार ने विचार-विमर्श का सार प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। डॉ. नीतू मिश्रा द्वारा प्रस्तावित धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। पूरे कार्यक्रम को शीमा अब्बास (सह-संयोजक) द्वारा तकनीकी रूप से सहायता और संचालन किया गया ।
कार्यक्रम में प्रत्येक विभाग के संकाय सदस्यों और छात्रों सहित लगभग 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का संचालन आदरणीय प्रबंधक डॉ. अनिल कुमार अग्रवाल के नेतृत्व, निरंतर सहयोग एवं प्रेरणा में सफलतापूर्वक किया गया।