जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। कोरोना के कमजोर पड़ते ही एकबार फिर किसानों ने अपने आंदोलन को तेजी देनी शुरू कर दी है। किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार अपना आंदोलन जारी रखा है जबकि सरकार भी अपने कदम पीछे नहीं लेना चाहती है।
ऐसे में दोनों के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है। इस बीच दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेताओं के बीच झड़प की खबरे आ रही है।
जानकारी के अनुसार किसानों और भारतीय जनता पार्टी के बीच जमकर हंगामा होने की खबर है। बताया जा रहा है कि यहां पर एक बीजेपी नेता का स्वागत करने की तैयारी थी लेकिन इसी दौरान यहां पर जमकर बवाल शुरू हो गया है।
इतना ही नहीं हंगामे के साथ-साथ पथराव की खबर आ रही है। बीजेपी समर्थकों का आरोप है कि किसानों ने हंगामा और पथराव शुरू कर दिया।
हालांकि स्थिति इतनी खराब हो गई बीजेपी नेताओं को पुलिस की मदद लेनी पड़ी है और किसी तरह से बीजेपी नेता की गाड़ी को पुलिस ने वहां से निकाला है लेकिन हंगामा अब भी जारी है।
उधर किसान नेता राकेश टिकैत का बयान भी सामने आ रहा है। उन्होंने बीजेपी पर कई संगीन आरोप लगाए. उनका कहना है कि बीजेपी नेता हमारे मंच पर आए थे और अपने नेता का स्वागत करने लगे थे, यह गलत है।
इस पूरे मामले पर भारतीय किसान यूनियन ने कहा है कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आज गाजीपुर बॉर्डर पर फ्लाईवे के बीच मंच के पास भारी संख्या में इकट्ठे होकर किसी नेता के स्वागत के बहाने ढोल बजाकर आंदोलन विरोधी नारे लगाए, भाकियू कार्यकर्ताओं के मना करने लाठी डंडों से हमला किया, जिसमे किसान घायल हुए है।
भारतीय किसान यूनियन ने कहा कि भाजपा अब आंदोलन को हिंसा से तोडऩा चाहती है जिसका उदाहरण आज की गाजीपुर बॉर्डर पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा की गई हिंसा है, सभी किसानों से अनुरोध है इनके बहकावे में ना आएं और अपने आंदोलन को बचाए रखें।
बता दें कि बीते कुछ महीनों से कोरोना की दूसरी लहर के चलते किसानों का आंदोलन थोड़ा कमजोर पडऩे लगा है लेकिन एक बार फिर किसान आंदोलन को नई जान देने की तैयारी है।
अब इस आंदोलन को और मजबूत करने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत अब नई रणनीति बनाने में जुटे हुए है।
हालांकि सरकार चाहती है कि किसान आंदोलन जल्द खत्म हो लेकिन देश का किसान अपनी मांगों को लेकर अड़ा हुआ है।