जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ / सिद्धार्थनगर. उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में समाजवादी पार्टी समर्थित पूजा यादव का जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में प्रस्तावक बनने पर मोनू दुबे ने सिद्धार्थनगर पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. मोनू ने एक आडियो जारी करते हुए पुलिस को चुनौती दी है कि मैं विकास दुबे नहीं हूं. न तो मेरी गाड़ी पलटेगी और न ही मैं. पुलिस और प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मोनू दूबे ने कहा है कि शासन और प्रशासन के दबाव में आकर मैं पलटने वाला नहीं हूं.
मोनू दुबे का कहना है कि उसकी पत्नी अंकिता दुबे जिला पंचायत अध्यक्ष की प्रस्तावक है. इस वजह से पुलिस उत्पीड़न कर रही है. उसने बताया कि पुलिस प्रशासन ने उसके घर पहुंचकर उसकी गाड़ी उठवा ली. उसका कहना है कि पुलिस आगे कुछ भी कर सकती है. इस सबके बावजूद उसका कहना है कि उसकी पत्नी प्रस्तावक रहेगी. उसके कदम वापस नहीं होंगे. उसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया के फेसबुक पेज से वायरल हो रहा है.
उल्लेखनीय है कि सिद्धार्थनगर में जिला पंचायत अध्यक्ष के पद के लिए सपा समर्थित प्रत्याशी पूजा यादव ने शानिवार को नामाकंन पत्र दाखिल किया था. उनकी प्रस्तावक सपा नेता मोनू दुबे की पत्नी अंकिता दुबे हैं. मोनू का आरोप है कि प्रस्तावक बनने से रोकने की बहुत कोशिशें की गईं. जब हम नहीं डिगे तो रविवार की सुबह खेसरहा थाने की पुलिस फोर्स घर पहुंची और दबाव बनाने लगी. उसने बताया कि पुलिस घर के सामने खड़े वाहनों को उठा ले गई.
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हर प्रकार से उत्पीड़न करने की कोशिश की जा रही है. मोनू ने सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए पुलिस की एक फोटो शेयर की और लिखा कि गाड़ी ही क्यों ले जा रहे हो साहब मेरे परिवार के एक सदस्य को भी ले जाओ, उसे थाने या फिर जेल में डाल दो. जेसीबी लाए हो तो घर भी गिरा दो. मैं ब्राह्मण होने का दंश झेल रहा हूं, लेकिन मैं गैगस्टर विकास दुबे नहीं हूं. न मेरी गाड़ी पलटने वाली है और न मैं पलटने वाला हूं. कुछ भी कर लो पर्चा वापस नहीं होगा. हमारी पत्नी अंकिता दुबे सपा से जिला पंचायत अध्यक्ष की प्रत्याशी पूजा यादव की प्रस्तावक हैं और रहेंगी.
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मोनू की यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इस संबंध में एएसपी सुरेशचंद रावत ने बताया कि गाड़ी से संबंधित कोई मामला था. एआरटीओ के साथ पुलिस गई थी. वहीं एसएचओ खेसरहा रविंद्र सिंह ने बताया कि गाड़ी पर नंबर नहीं था. कुछ कमियां थी. इसलिए गाड़ी को थाने पर लाया गया है.