जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधान सभा चुनाव होना है। ऐसे में यहां सियासी पारा बढ़ता नजर आ रहा है। सपा से लेकर बीजेपी ने अपनी तैयारी को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
जहां बीजेपी अपने कुनबे को और मजबूत करने में लगा हुआ है तो दूसरी ओर सपा ने साफ कर दिया है उसकी पार्टी किसी भी बड़े दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। सपा ने कहा है कि छोटे दलों के साथ तालमेल जरूर बैठाया जायेगा।
दूसरी ओर सियासी सरगर्मियां के बीच एक चौंकाने वाली खबर आ रही है कि विधान सभा चुनाव को देखते हुए मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) का गठबंधन होने की पूरी संभावना बढ़ गई।
एआईएमआईएम यूपी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने भी गठबंधन करने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि दोनों पार्टी इसको लेकर बातचीत कर रही है।
उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटें हैं। पिछली बार हुए विधानसभा चुनाव में बीएसपी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। पार्टी ने विधानसभा की सभी सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन उसके खाते में महज 19 सीटें ही आ पाई थीं।
बता दें कि हाल में बिहार में विधानसभा चुनाव एआईएमआईएम ने उम्मीद के मुताबिक शानदार प्रदर्शन किया था और अब उसकी नजर यूपी विधान सभा चुनावा पर है।
यह भी पढ़ें : वीपी सिंह के दौर में हुई थी सियासत में चरित्र हनन की शुरुआत
यह भी पढ़ें : इन अहम प्रस्तावों पर लगाई योगी कैबिनेट ने मोहर
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : राम नाम पर लूट है लिखापढ़ी में लूट
एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी यूपी में एकाएक सक्रिय हो गए है और यहां पर कई राजनीतिक दलों के नेताओं से बातचीत करनी शुरू कर दी है। हाल में उन्होंने ओम प्रकाश राजभर और शिवपाल यादव से मुलाकात कर अपने इरादे जता दिये थे।