प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को कहा कि जो लोग बिना त्याग किए सत्ता का आनंद लेना चाहते हैं, उन्हें जाने के लिए कहा जाएगा…
जुबिली स्पेशल डेस्क
कोलकता। पश्चिम बंगाल में जब से बीजेपी की हार हुई है तब से वहां पर उसका कुनबा टूटता नजर आ रहा है। आलम तो यह है कि जो भी नेता विधान सभा चुनाव के दौरान टीएमसी से किनारा कर बीजेपी में शामिल हुआ था अब वो पार्टी छोडऩे की तैयारी में है।
पश्चिम बंगाल में मुकुल रॉय ने कल बीजेपी से किनारा कर फिर से टीएमसी का दामन थाम लिया है। ऐसे में अब कहा जा रहा है कि मुकुल रॉय के बाद बीजेपी से कई और नेता वापस अपने tmc में लौटने की तैयारी में है।
जानकारी के मुताबिक बीजेपी नेता राजीव बनर्जी भी बीजेपी छोडऩे की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि बीजेपी नेता राजीव बनर्जी आज (रविवार) ममता बनर्जी की पार्टी के नेता पार्थो चट्टोपाध्याय से मुलाकात कर इस ओर इशारा कर डाला है।
हालांकि कहा जा रहा है कि पार्थ चट्टोपाध्याय की मां का निधन हुआ था, इसीलिए कई नेता उनके घर पहुंचे थे लेकिन इससे पहले राजीव बनर्जी ने टीएसमी नेता कुणाल घोष से मुलाकात कर अपने इरादे जताये जरूरथे।
हालांकि इस बार भी शिष्टाचार मुलाकात बताकर अभी बीजेपी छोडऩे की बात पर कोई ठोस जानकारी नहीं दी है। उधर बंगाल में जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि राजीव बनर्जी पिछले कई दिनों से tmc में दोबारा वापस के रास्ते तलाश रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में मंगलवार को हुई पार्टी की बैठक में मुकुल रॉय और राजीव बनर्जी ने हिस्सा नहीं लिया था। इसके बाद से ही उनके पाला बदलने की अटकलें तेज हो गईं।
इसके अलावा उन्होंने ट्विटर का सहारा लेते हुए यह भी कहा था कि चुनाव बाद भड़की हिंसा की वजह से बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाना यह जनादेश का अपमान होगा।
हालांकि अब देखना होगा क्या सच में वो दोबारा टीएमसी में शामिल होने जा रहे हैं। दरअसल हाल में उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट लिखा था और इसमें उन्होंने शुभेंदु अधिकारी का नाम लिए बगैर निशाना साधा था। ऐसे में वहां पर अटकले तेज हो गई थी क्या वापस टीएमसी में लौटने के लिए उन्होंने इस तरह इशारा किया है।