जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। कोरोना वायरस भले ही कमजोर पड़ा है लेकिन तीसरी लहर का खतरा अभी टला नहीं है। हालांकि दूसरी लहर में लगातार लोगों की जाने जा रही है।
कोरोना से जो लोग ठीक हो रहे हैं, उसके बाद उनको कुछ न कुछ परेशानी सामना करना पड़ रहा है। कोरोना से रिकवर होने के बाद लोगों में बहरापन का खतरा बढ़ रहा है।
जानकारी के मुताबिक कोरोना से ठीक होने के बाद कान से लोगों को कम सुनाई देने की शिकायत आ रही है। दिल्ली के एक ही सरकारी अस्पताल के इएनटी विभाग में ऐसे 15 मरीज अब तक आ चुके हैं।
दिल्ली के रहने वाले डॉक्टर सौरभ नारायण ने इस बात का खुलासा किया है। उन्होंने बताया है कि पिछले साल उनको कोरोना हुआ था। इसके बाद अब वो पूरी तरह से ठीक हो गए थे लेकिन रिकवर के बाद अब उनको कम सुनाई देेता है।
लेकिन यह बात इन्हें इतनी देर से समझ में आई कि अब हियरिंग एड के बिना इनका इलाज नहीं हो सकता यानी यह कभी पहले की तरह ठीक तरीके से नहीं सुन पाएगें।
दिल्ली के सरकारी अस्पताल अंबेडकर अस्पताल में पिछले 2 महीने में ऐसे 15 मरीज ऐसे मिले हैं जो अब पहले की तरह सुन नहीं पा रहे हैं। जिनके कान में या तो दर्द है या फिर उन्हें सुनाई देना बहुत कम हो चुका है।
अंबेडकर अस्पताल में ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. पंकज कुमार ने बताया कि, अगर आपके कान में भी दर्द होता है, कान में भारीपन महसूस होता है, सीटी बजती है या आपको लगता है कि आपको कम सुनाई दे रहा है तो 72 घंटे के अंदर डॉक्टर से मिलना बेहद जरूरी है।
शुरुआत में इस हियरिंग लॉस को दवाओं से रोका जा सकता है। लेकिन अगर ज्यादा वक्त बीत जाता है तो फिर रिकवरी मुमकिन नहीं है।
जरूरी बात यह है कि ये सभी कोरोना से रिकवर हुए थे। इतना ही नहीं जो लोग डॉक्टर के पास जा रहे हैं तब तक काफी देर हो चुकी है और समय पर इलाज नहीं मिलने पर सुनने की क्षमता चली जाती है।
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